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शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) - 100, 200, 500 शब्दों में भाषण सीखें
Updated On: October 08, 2024 04:53 PM
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech) देने के लिए विषय की गहन समझ की जानकारी होना छात्रों को बेहद ही आवश्यक है, तभी आप एक अच्छी स्पीच दे सकते है। इस आर्टिकल के द्वारा आप शिक्षक दिवस पर हिंदी में भाषण सीख सकते है।
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शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi)
- 10 लाइनों में शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech …
शिक्षक दिवस पर हिंदी में भाषण (Teachers Day Speech in Hindi): डॉ. राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल शिक्षक दिवस (Teachers Day) 5 सितंबर को मनाया जाता है। उनका जन्म एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। कहा जाता है कि राधाकृष्ण के पिता चाहते थे कि उनका बेटा अंग्रेजी ना सीखे और मंदिर का पुजारी बन जाए। राधाकृष्णन अपने पिता की दूसरी संतान थे। उनके चार भाई और एक छोटी बहन थीं। छह बहन-भाइयों और माता-पिता को मिलाकर आठ सदस्यों के इस परिवार की आय बहुत कम थी। इसके बाद भी वे अपनी मेहनत से भारत के शीर्ष पद तक पहुंचे। इस दिन छात्र अपने गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए शिक्षण संस्थानों में भाषण देते हैं। यह वार्षिक आयोजन विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह उन गुरुओं का सम्मान करता है जिन्होंने अपने समर्पण और ज्ञान के माध्यम से अनगिनत लोगों के जीवन को आकार दिया है। कृतज्ञता, प्रेरणा और चरित्र विकास में शिक्षकों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यहां कुछ स्पीच दिए गए हैं जो स्टूडेंट्स इस अवसर पर अपने शिक्षकों के लिए बोल सकते हैं। ये भी पढ़ें: - दशहरा पर निबंध
अपने शिक्षकों के प्रति अपने विचारों को शिक्षक दिवस के अवसर पर बोलकर प्रकट करना ही शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) देना है। पर कुछ छात्र भाषण देने के नाम से डर जाते हैं, मंच पर खड़े होकर शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech) के जरिए अपने विचार प्रकट करना ऐसे छात्रों के दुष्कर हो जाता है। वहीं शिक्षक दिवस पर संबोधन (Shikshak Diwas par Sambodhan) करने को उत्सुक छात्रों यह कोशिश होती है कि वो शिक्षक दिवस पर भाषण कुछ इस तरह दे कि उसके शिक्षक उससे प्रभावित हो जाएँ। ऐसे में उनकी कोशिश यह भी रहती है कि वे किसी भी अन्य के मुक़ाबले सबसे बेहतर शिक्षक दिवस पर भाषण (Best Speech on Teachers Day in Hindi) तैयार करें। मगर हिन्दी भाषा पर कमजोर पकड़ या फिर शिक्षक दिवस के बारे में अल्प जानकारी की वजह से कई छात्र सबसे बेहतर शिक्षक दिवस पर भाषण (Best Speech on Teachers Day in Hindi) तो दूर, शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech in Hindi) ही नहीं लिख पाते हैं। ये भी पढ़ें- शिक्षक दिवस पर निबंध
100 शब्दों में शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in 100 Words)
यहा उपस्थित सभी लोगों को मेरा नमस्कार।
जैसा कि हम सभी जानते हैं शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है और इस दिन हम सभी यहां पर शिक्षक दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। शिक्षक दिवस को टीचर्स डे भी कहते हैं। आज के दिन इस मौके पर मैं यह कहना चाहता/चाहती हूं कि, हमारी जिंदगी में शिक्षक का योगदान अमूल्य होता है और मेरा यह भी कहना है कि हर किसी व्यक्ति को अपनी जिंदगी में एक गुरु या शिक्षक जरूर ग्रहण करना चाहिए।
हमें सदा अपने गुरुओं का मान सम्मान करना चाहिए और उनकी सभी अच्छी बातों पर अमल करने का प्रयास करना चाहिए। यदि हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं, तो इसका श्रेय हमारे माता-पिता के साथ ही साथ हमारे शिक्षक को भी जाता है, क्योंकि वही हमें अच्छी और बुरी बातों की सीख देते हैं और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
200 शब्दों में शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in 200 Words)
इस कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित सभी लोगों को मेरा नमस्कार
आप सभी इस बात से भली-भांति परिचित होंगे कि, आज हम यहां पर शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। शिक्षक दिवस के बारे में बात करें, तो यह एक ऐसा दिन है, जो विशेष तौर पर शिक्षकों को सम्मान देने के लिए समर्पित है। इस मौके पर देश के महान शिक्षकों को हम सभी याद करते हैं और हमारे गुरुओं को सम्मानित करते हैं। हमारे देश में शिक्षक दिवस को बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
हम सभी शिक्षक दिवस मनाते हैं, पर हम में से कई लोगों को यह पता नहीं है कि, आखिर शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है। दरअसल 5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस भी मनाया जाता है, जो कि हमारे देश के महान विद्वान और टीचर थे। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन हमारे देश के पहले उपराष्ट्रपति भी बन चुके थे और दूसरे राष्ट्रपति भी बन चुके थे। उन्ही की याद में हम सभी शिक्षक दिवस मनाते हैं। शिक्षक हमारे समाज की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं क्योंकि इनके द्वारा ही विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण किया जाता है और उन्हें किस प्रकार से आदर्श नागरिक बनना है और किस प्रकार से अपने देश और समाज का नाम रोशन करना है, इसके बारे में बताया, सिखाया और पढ़ाया जाता है। टीचर स्टूडेंट को अपने खुद के बच्चे की तरह ही मानते हैं और उन्हें सावधानी के साथ एजुकेशन देते हैं, तभी तो किसी व्यक्ति ने कहा है कि जो टीचर होते हैं यह माता-पिता से भी ज्यादा महान होते हैं, क्योंकि माता-पिता तो संतान उत्पन्न करते हैं परंतु शिक्षक के द्वारा उनके बच्चों के चरित्र को आकार दिया जाता है और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने का प्रयास किया जाता है। शिक्षक ही हमें हमारी जिंदगी में आने वाली विभिन्न परेशानियो का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। वह अपनी बुद्धि और ज्ञान का इस्तेमाल करके हमें ज्ञानवान बनाने का प्रयास करते हैं और यह ज्ञान हमारे तब काम आता है, जब हम अपनी जिंदगी में अपने करियर की शुरुआत करते हैं, तो चलो मेरे प्यारे साथियों हम सभी आज शिक्षक दिवस के मौके पर यह कसम खाते हैं कि, हम अपने शिक्षकों के सभी आदेशों का पालन करेंगे और देश और समाज के लिए एक आदर्श नागरिक बनकर अपने माता-पिता और शिक्षक का नाम रोशन करेंगे। धन्यवाद अन्य संबधित आर्टिकल पढ़ें-
शिक्षक दिवस पर भाषण 500 शब्दों में (Teachers Day Speech in 500 Words)
टीचर्स डेट पर हिंदी स्पीच (Teacher’s Day Speech in Hindi): भाषण देने की एक खास शैली होती है। एक अच्छा वक्ता होने के साथ-साथ यह भी मायने रखता है कि आपने अपने भाषण की शुरुआत किस तरह की है। सिर्फ शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech in Hindi) ही नहीं, किसी भी भाषण की शुरुआत हमेशा मंच पर मौजूद सम्मानित व्यक्तियों/अथितियों व अन्य गणमान्य लोगों के साथ-साथ श्रोताओं का अभिनंदन करते हुए करें।
उदाहरण के लिए : मंच पर विराजमान अतिथि गण, प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण व श्रोताओं के बीच विराजमान अभिभावक व समस्त श्रोताओं को मेरा प्रेम भरा नमस्कार।
अभिनंदन के बाद अपने टीचर्स डेट पर स्पीच (Teacher’s Day Speech in Hind) की शुरुआत करें।
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु र्गुरुर्देवो महेश्वरः
गुरु साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्रीगुरवे नमः
यह श्लोक गुरु स्त्रोतम का हिस्सा है, जिसे आदि गुरु शकराचार्य ने अपने गुरु गोविन्द भगवद्पादा को समर्पित किया था। इस श्लोक का मतलब है कि गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है, और गुरु ही महेश यानी शिव है , गुरु ही साक्षात् परब्रह्म हैं। इस श्लोक के मुताबिक, तीनों लोकों में गुरु से बढ़कर कोई नहीं है। नोट- ऊपर दी पंक्तियों के साथ आप अपने भाषण की शुरुआत कर सकते है।
शिक्षक दिवस पर हिंदी में भाषण (Teachers Day Speech in Hindi): मैं शिक्षक दिवस पर आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। अपने विद्यार्थियों के सच्चे शुभचिंतक शिक्षक ही होते हैं। वे हमें जीवन की आवश्यक सीख देकर हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। हमारे जीवन पर शिक्षकों का प्रभाव बहुत गहरा होता है। वे ही हैं जो हमारा नेतृत्व करते हैं और बेहतर इंसान के रूप में हमारे विकास में सहायता करते हैं। वे हमारे जीवन को प्रबुद्ध करते हैं, हमें सोचना सिखाते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ स्वरूप सामने लाने में हमारी मदद करते हैं। हम सभी के लिए शिक्षक दिवस एक बहुत ही यादगार अवसर है। यह उन शिक्षकों को याद करने और उन्हें धन्यवाद देने का दिन है जिन्होंने हमारे जीवन को ढालने में मदद की है। शिक्षक उचित मार्गदर्शक और सलाहकार होते हैं जो हमें एक इंसान के रूप में विकसित होने में मदद करते हैं। वे हमें कठिन प्रयास और समर्पण के साथ-साथ जीवन के नैतिक सिद्धांतों का मूल्य भी सिखाते हैं। अपने शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा और सम्मान व्यक्त करने के लिए, हम दुनिया भर में शिक्षक दिवस मनाते हैं। इस दिन बच्चे अपने शिक्षकों के प्रति प्रशंसा और स्नेह दर्शाते हैं।
भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। वह एक दार्शनिक, शिक्षाविद और राजनेता थे जिन्हें भारत के अब तक के सबसे महान शिक्षकों में से एक माना जाता है।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech in Hindi): शिक्षक दिवस के बारे में
समाज में शिक्षकों के निस्वार्थ योगदान को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में जाना जाता है। भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे शुरुआत में 1962 में प्रख्यात विद्वान, शिक्षक और दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्मतिथि को याद करने के लिए मनाया गया था। उन्होंने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। तब से, पूरे देश में, शिक्षक दिवस बड़े उत्साह और जुनून के साथ मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi): डॉ. राधाकृष्णन के विचार
डॉ. राधाकृष्णन के अनुसार, शिक्षक युवाओं को आकार देते हैं, जो आगे चलकर देश के भविष्य को आकार देते हैं। इस कारण से, उन्होंने एक प्रोफेसर के रूप में अपने कर्तव्यों का परिश्रमपूर्वक पालन किया और अपने छात्रों को उपयोगी जानकारी प्रदान की। हमारे देश के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उनके छात्र हर साल उनका जन्मदिन मनाना चाहते थे। डॉ. राधाकृष्णन ने जवाब देते हुए कहा कि अगर वे 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे तो उन्हें खुशी होगी। इसलिए, भारत में हर साल उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त, यह शिक्षण पेशे का सम्मान करने का दिन है।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi): शिक्षक और छात्र के बीच संबंध
जैसा कुम्हार का मिट्टी के साथ होता है, वैसा ही रिश्ता एक शिक्षक का अपने विद्यार्थीयों के साथ होता हैं। जिस तरह एक कुम्हार मिट्टी को आकार देने के लिए कभी कठोरता तो कभी कोमलता का सहारा लेता है, उसी प्रकार शिक्षक भी एक विद्यार्थी के चरित्र निर्माण के लिए कभी कठोर होते है तो कभी कोमल होते हैं, वह अंततः अपने छात्र के लिए सर्वश्रेष्ठ ही चाहते हैं।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech in Hindi): शिक्षक दिवस समारोह
शिक्षक और छात्र विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लेते हैं। इस दिन शिक्षकों को उपहार और फूल दिये जाते हैं। छात्र अपने प्रशिक्षकों के प्रति अपनी सराहना दिखाने के लिए शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech in Hindi) देते हैं। यह संबोधन हमारे जीवन में शिक्षकों के मूल्य पर जोर देता है और उन सभी उत्कृष्ट शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करता है जिन्होंने समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस दिन, छात्र, शैक्षणिक संस्थान और सरकार शिक्षकों को श्रद्धांजलि देते हैं और देश के भविष्य को आकार देने के लिए उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को स्वीकार करते हैं। शिक्षकों को उनके छात्रों, सहकर्मियों और वरिष्ठों से उपहार, बधाई और प्रशंसा से सम्मानित किया जाता है। शिक्षक दिवस पर शिक्षक और उनके छात्र एक अनूठा बंधन विकसित करते हैं।
मैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के एक प्रसिद्ध वाक्यांश को उद्धृत करते हुए अपनी बात समाप्त करना चाहूंगा: "शिक्षकों को देश में सबसे अच्छे दिमाग वाले होना चाहिए।"
10 लाइनों में शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher’s Day Speech in 10 lines In Hindi)
शिक्षक दिवस का दिन अपने टीचरों के प्रति सम्मान व आभार प्रकट करने का दिन है।
- भारत ने अपना पहला शिक्षक दिवस 5 सितंबर 1962 को मनाया।
- 5 सितंबर को सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती है। इसे पूरा देश एक त्यौहार के रूप में मनाता है।
- शिक्षक ही हमारे जीवन से अज्ञानता के अंधकार को दूर कर उसे ज्ञान के प्रकाश से भरते हैं।
- शिक्षक हमें सिर्फ पढ़ाते नहीं हैं, वे हमारे भविष्य को आकार भी देते हैं। हमें जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।
- शिक्षक दिवस पूरे भारत में छात्रों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। सम्मान के संकेत के रूप में, छात्र अपनी कक्षाओं में अपने शिक्षकों को उपहार देते हैं।
- स्कूल, कॉलेज में छात्र मिलकर शिक्षकों के लिए कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
- यह समारोह शिक्षकों के समर्पण और उपलब्धियों का प्रतीक है।
- शिक्षक दिवस हमें शिक्षा के महत्व को याद दिलाता है।
- हमें अपने शिक्षकों के प्रति आभारी और समर्पित रहना चाहिए और इन दिन हम शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा और सम्मान व्यक्त करते हैं।
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1962 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला तो उनके छात्र 5 सितंबर को एक विशेष दिन के रूप में मनाने की अनुमति मांगने के लिए उनके पास पहुंचे। उन्होंने छात्रों से समाज में शिक्षकों के अमूल्य योगदान को बताने के लिए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया। उसे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
भाषण देने की एक खास शैली होती है। एक अच्छा वक्ता होने के साथ-साथ यह भी माने रखता है कि आपने अपने भाषण की शुरुआत किस तरह की है। सिर्फ शिक्षक दिवस पर भाषण ही नहीं, किसी भी भाषण की शुरुआत हमेशा मंच पर मौजूद सम्मानित व्यक्तियों/अथितियों व अन्य गणमान्य लोगों के साथ-साथ श्रोताओं का अभिनंदन करते हुए करें। उदाहरण के लिए : मंच पर विराजमान अतिथि गण, प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण व श्रोताओं के बीच विराजमान अभिभावक व समस्त श्रोताओं को मेरा प्रेम भरा नमस्कार। इस तरह अभिनंदन करने के बाद अपने शिक्षक दिवस पर भाषण की शुरुआत करें।
राधाकृष्णन 1952 में भारत के पहले उपराष्ट्रपति चुने गए और भारत के दूसरे राष्ट्रपति (1962-1967) चुने गए। उन्होनें कहा "मेरे जन्मदिन को मनाने के बजाय, अगर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए गर्व की बात होगी।" तब से उनके जन्मदिन को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
यूनेस्को के एक बयान में कहा गया है कि इसका उद्देश्य शिक्षकों की संख्या में कमी को कम करना और वैश्विक स्तर पर उनकी ताकत बढ़ाना है। यह इस बात की भी जांच करेगा कि शिक्षा प्रणाली, समाज, समुदाय और परिवार शिक्षकों को कैसे पहचानते हैं। साथ ही उनका कैसे समर्थन करते हैं।
भाषण में शिक्षक का स्वागत करने के लिए, आप इस तरह से शुरू कर सकते हैं-
प्रिय शिक्षक का नाम, आज आपका हार्दिक स्वागत करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है क्योंकि हम आपके समर्पण और मार्गदर्शन की सराहना करने के लिए एकत्र हुए हैं।
1962 में जब सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, तो उनके छात्रों ने उनसे 5 सितंबर को एक विशेष दिन के रूप में मनाने की अनुमति मांगी। इसके बजाय, उन्होंने शिक्षकों के समाज में अमूल्य योगदान को मान्यता देने के लिए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया।
मैं अपने सभी सम्मानित शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देकर अपनी बात शुरू करना चाहूँगा। यह आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण है कि हम छात्र हर दिन बेहतर इंसान बनते हैं और सीखते हैं।
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शिक्षक दिवस पर भाषण
हम विद्यार्थियों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए नीचे शिक्षक दिवस पर विभिन्न शब्द सीमाओं में भाषणों की एक श्रृंखला प्रदान कर रहे हैं। सभी शिक्षक दिवस पर भाषण विशेषतः छात्रों के लिए सरल और आसान शब्दों का प्रयोग करके लिखे गए हैं। इन भाषणों का प्रयोग करके स्कूल या कॉलेज में विद्यार्थी शिक्षक दिवस पर, अपने प्रिय शिक्षक के प्रति, अपने मनोभावों को प्रदर्शित करने के लिए भाषण प्रतियोगिता में सक्रियता से भाग ले सकते हैं। प्रिय विद्यार्थियों, आप नीचे दिये गए भाषणों में से कोई भी भाषण चुन सकते हो:
शिक्षक दिवस पर 10 वाक्य | शिक्षक दिवस के लिए धन्यवाद भाषण | शिक्षक दिवस पर छात्रों के लिए स्वागत भाषण
शिक्षक दिवस पर भाषण (Short and Long Speech on Teacher’s Day in Hindi)
शिक्षक दिवस पर 1 मिनट का भाषण.
सबको सुप्रभात! आदरणीय प्राचार्य महोदय, निदेशक महोदय, शिक्षकगण और मेरे प्रिय मित्रों। आज शिक्षक दिवस है। यह वह दिन है जब हमें अपने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता और धन्यवाद व्यक्त करना चाहिए। शिक्षक हमारे जीवन और भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें श्रेष्ठ इंसान बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं, प्रोत्साहित करते हैं और प्रेरित करते हैं। हमारे जीवन में अध्यापक की भूमिका को शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता है। हम आज और भविष्य में जो कुछ भी हैं उन्हीं के कारण हैं। आज, आइए उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को सराहने के लिए कुछ समय निकालें। मेरे प्रिय शिक्षकों, आप जो कुछ भी करते हैं उसके लिए आपको धन्यवाद। शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
अध्यापक दिवस पर 2 मिनट का भाषण
सभी को सुप्रभात! मैं कक्षा 4 ‘बी’ की सृष्टि जैन हूं। आज, हम शिक्षक दिवस के इस विशेष अवसर पर अपने शिक्षक दिवस का जश्न मनाने और उनका सम्मान करने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। शिक्षक हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमें वैसा व्यक्ति बनाते हैं जैसा हम बनना चाहते हैं। वे ही हैं जो ज्ञान साझा करते हैं, हमें प्रेरित करते हैं और हमें अकादमिक और व्यक्तिगत रूप से बढ़ने में मदद करते हैं। शिक्षक हमारी प्रगति और सफलता के लिए अथक प्रयास करते हैं। वे अपना समय और प्रयास हमें सीखाने में समर्पित करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हम जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल हासिल करें। उन्होंने हमारे लिए उदाहरण, मार्गदर्शक और दोस्तों के रूप में काम किया है। वे हमारे दूसरे माता-पिता हैं। सभ्य समाज के विकास में शिक्षक की भूमिका अहम होती है। एक शिक्षक एक दरवाजे की तरह होता है जो अपने छात्रों के लिए अनगिनत सकारात्मक संभावनाओं की ओर ले जाता है। एक शिक्षक एक मोमबत्ती की तरह होता है जो स्वयं जलकर दुनिया को रोशन करता है। आइए इस दिन हम अपने सभी शिक्षकों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करें। मैं उनकी विनम्रता, धैर्य और हमारी शिक्षा के प्रति समर्पण के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं। तो, आइए इस अवसर पर अपना आभार व्यक्त करें और अपने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दें!
शिक्षक दिवस पर भाषण – (3 मिनट का भाषण)
प्रधानाचार्य, आदरणीय अध्यापक व अध्यापिकाएं और यहाँ इकट्ठे हुए मेरे प्यारे सहपाठियों को सुप्रभात। हम सभी यहाँ शिक्षक दिवस के उत्सव को मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। आज 5 सितम्बर है, जो सभी कॉलेजों और स्कूलों में छात्रों के द्वारा अपने शिक्षकों को, उनके अमूल्य योगदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस का कार्यक्रम हमारे देश में प्रसिद्ध कार्यक्रम हैं, 5 सितम्बर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस है, जो शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है। विद्यार्थी अपने शिक्षकों को उनके स्वार्थरहित प्रयासों और पूरे देश में शिक्षा व्यवस्था को समृद्ध बनाने के लिए सम्मान प्रदर्शित करते हैं।
शिक्षक दिवस विभिन्न देशों में अलग-अलग तिथियों को एक विशेष कार्यक्रम के रुप में मनाया जाता है। चीन में, यह हर साल 10 सितम्बर को मनाया जाता है। सभी देशों में इस कार्यक्रम को मनाने का उद्देश्य आमतौर पर शिक्षकों को सम्मान देना और शिक्षा के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों की प्रशंसा करना है। इस कार्यक्रम के आयोजन के दौरान स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों के द्वारा बहुत सी तैयारियाँ की जाती है। बहुत से विद्यार्थी इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भाषणों और अन्य गतिविधियों में भाग लेकर मनाते हैं। कुछ विद्यार्थी इसे अपने ही तरीके से अपने प्रिय अध्यापक को कोई फूल, कार्ट, गिफ्ट, ई-ग्रीटिंग कार्ड, एस.एम.एस., मैसेज आदि के द्वारा उनका आदर करके और प्रशंसा करने के माध्यम से मनाते हैं।
शिक्षक दिवस, सभी विद्यार्थियों के लिए अपने शिक्षकों के सम्मान और आदर में कुछ विशेष आयोजन करने का एक अद्भुत अवसर है। यह एक नये शिक्षक के लिए भविष्य में शिक्षा की ओर जिम्मेदार शिक्षक बनने के लिए प्रशंसा की तरह है। एक विद्यार्थी के रुप में, मैं अपने जीवन में हमेशा शिक्षकों का/की आभारी रहूँगा/रहूँगी।
शिक्षक दिवस पर भाषण – (4 मिनट का भाषण)
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षक व शिक्षिकाएं और मेरे प्यारे सहपाठियों को मेरा नमस्ते। आज हम सभी यहाँ सबसे सम्मानीय समारोह, शिक्षक दिवस को मनाने के लिए उपस्थित हैं। वास्तव में, यह पूरे भारत में, विद्यार्थियों के लिए सबसे सम्मानपूर्ण अवसर है, जब वो अपने शिक्षिकों को उनके द्वारा प्रदान किए गए ज्ञान के रास्ते के लिये, उन्हें आभार प्रकट करते हैं। यह आज्ञाकारी छात्रों के द्वारा अपने शिक्षकों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। इसलिए, प्यारे साथियों, अपने अध्यापकों को तहे दिल से सम्मान देने के लिए इस उत्सव को मनाने में शामिल हो जाओ। उन्हें समाज की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है क्योंकि वे हमारें चरित्र के निर्माण, भविष्य को आकार देने में और देश का आदर्श नागरिक बनने में हमारी मदद करते हैं।
शिक्षक दिवस पूरे भारत में हर साल 5 सितम्बर को, शिक्षकों को हमारी शिक्षा के साथ ही समाज और देश के लिए बहुमूल्य योगदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाने के पीछे बहुत बड़ा कारण है। वास्तव में, 5 सितम्बर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। वह महान व्यक्ति थे और शिक्षा के लिए पूरी तरह से समर्पित थे। वह एक विद्वान, राजनयिक, भारत के उप-राष्ट्रपित, भारत के राष्ट्रपति और सबसे महत्वपूर्ण शिक्षक के रुप में, बहुत अच्छे से जाने जाते हैं।
1962 में उनके राष्ट्रपति के रुप में चुनाव के बाद, विद्यार्थियों ने, उनके जन्मदिन 5 सितम्बर को मनाने की प्रार्थना की। बहुत अधिक अनुरोध करने के बाद उन्होंने जवाब दिया कि, 5 सितम्बर, को मेरे व्यक्तिगत जन्मदिन के रुप में मनाने के स्थान पर यह अच्छा होगा कि, इस दिन को पूरे शैक्षिक पेशे के लिए समर्पित किया जाये। और तब से 5 सितम्बर पूरे भारत में शैक्षिक पेशे के सम्मान में शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।
भारत के सभी छात्रों के लिए, शिक्षक दिवस उनके भविष्य को आकार देने में उनके निरंतर, निस्वार्थ और कीमती प्रयासों के लिए उनके द्वारा अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता को अर्पित करने का उत्सव और अवसर है।
हमें हमारे शिक्षक अपने स्वंय के बच्चों से कम नहीं समझते और हमें पूरी मेहनत से पढ़ाते हैं। एक बच्चे के रुप में, जब हमें प्रेरणा और प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है, जिसे हम निश्चित रुप से अपने अध्यापकों से प्राप्त करते हैं। वे हमें जीवन में किसी भी बुरी स्थिति से ज्ञान और धैर्य से माध्यम से बाहर निकलना सीखाते हैं। प्रिय अध्यापकों, हम सभी वास्तव में हमेशा आपके आभारी रहेगें।
शिक्षक दिवस पर भाषण – (5 मिनट का भाषण)
आदरणीय अध्यापकों और मेरे प्यारे मित्रों को सुप्रभात। जैसा कि हम सभी यहाँ एकत्र होने का कारण जानते हैं। हम आज यहाँ शिक्षक दिवस मनाने के लिए और हमारे व राष्ट्र के भविष्य के निर्माण के लिए शिक्षकों के कठिन प्रयासों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज 5 सितम्बर है, और यह दिन हर साल हम बड़े उत्साह, खुशी और उल्लास के साथ शिक्षक दिवस के रुप में मनाते हैं।
सबसे पहले, मैं अपने कक्षा अध्यापक को इस महान अवसर पर, मुझे भाषण देने का अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद कहता/कहती हूँ। मेरे प्यारे मित्रों, शिक्षक दिवस के इस अवसर पर, मैं शिक्षकों के महत्व पर हिन्दी में अपने विचार भाषण के माध्यम से रखना चाहता/चाहती हूँ।
हर साल 5 सितम्बर, पूरे भारत में शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है। वास्तव में, 5 सितम्बर, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस है, जो महान विद्वान और शिक्षक थे। अपने बाद के जीवन में वह गणतंत्र भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति बने।
पूरे देश के विद्यार्थी इस दिन को शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए मनाते हैं। यह सही कहा गया है कि, शिक्षक हमारे समाज की रीढ़ की हड्डी होते हैं। वे विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने और उसे भारत के आदर्श नागरिक के आकार में ढालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अध्यापक छात्रों को अपने स्वंय के बच्चे की तरह बड़ी सावधानी और गंभीरता से शिक्षित करते हैं। किसी ने सही कहा कि, शिक्षक अभिभावकों से भी महान होता है। अभिभावक एक बच्चे को जन्म देते हैं, वहीं शिक्षक उसके चरित्र को आकर देकर उज्ज्वल भविष्य बनाते हैं। इसलिए, हमें उन्हें कभी भी भूलना और नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, हमें हमेशा उनका सम्मान और उनसे प्रेम करना चाहिए।
हमारे माता-पिता हमें प्यार और गुण देने के लिए जिम्मेदार हैं हालांकि, हमारे शिक्षक पूरा भविष्य उज्ज्वल और सफल बनाने के लिए जिम्मेदार हैं। वे हमें अपने निरंतर प्रयासों के माध्यम से हमारे जीवन में शिक्षा के महत्व से अवगत कराते हैं। वे हमारी प्रेरणा के स्रोत होते हैं जो हमें आगे जाने और सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। वे हमें संसारभर के महान व्यक्तित्वों का उदाहरण देकर शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करते हैं।
वे हमें बहुत मजबूत और जीवन में आने वाली हरेक बाधा का सामना करने के लिए तैयार करते हैं। वे पूरी तरह से अपार ज्ञान और बुद्धि से भरे होते हैं जिसका प्रयोग करके वे हमारे जीवन को पोषित करते हैं। चलों आओ मेरे प्यारे साथियों, हम सभी एक साथ अपने शिक्षकों के सम्मान में कहें कि, ‘हमारे आदरणीय शिक्षकों जो कुछ भी आपने हमारे लिए किया उसके लिए हम आपके हमेशा आभारी रहेगें’। मेरे प्यारे मित्रों, हमें हमेशा अपने अध्यापकों के आदेशों का पालन करना चाहिए और देश का योग्य नागरिक बनने के लिए उनकी सलाह का अनुकरण करना चाहिए।
शिक्षक दिवस पर भाषण – (6 मिनट का भाषण)
आदरणीय प्रधानाध्यापक, सर, मैडम और मेरे प्यारे सहपाठियों को सुबह की नमस्ते। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, आज हम यहाँ शिक्षक दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। मैं ………कक्षा…. में पढ़ने वाला/वाली विद्यार्थी, शिक्षक दिवस पर अपने विचार रखना चाहता/चाहती हूँ। लेकिन, सबसे पहले मैं शिक्षक दिवस के महान अवसर पर भाषण देने का मौका देने के लिए अपनी कक्षा अध्यापिका को धन्यवाद कहना चाहता/चाहती हूँ। मेरे भाषण का विषय है, “हमारे जीवन में शिक्षक की इतनी महत्ता क्यों है”।
भारत में, विद्यार्थियों द्वारा शिक्षक दिवस हर साल 5 सितम्बर को मनाया जाता है। यह डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। उनका जन्म दिन उनके 1962 में भारत के राष्ट्रपति बनने के बाद के समय से, विद्यार्थियों के अनुग्रह पर शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।
शिक्षक वास्तव में शिक्षा और विद्यार्थियों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका को निभाते हैं। शिक्षक आमतौर पर उचित दृष्टि, ज्ञान और अनुभव वाले व्यक्ति बन जाते हैं। शिक्षकों का पेशा किसी भी अन्य पेशे से ज्यादा बड़ी जिम्मेदारियों वाला होता है। विद्यार्थियों और राष्ट्र की वृद्धि, विकास, और दोनों की भलाई पर शैक्षिक पेशा गहरा प्रभाव रखता है। मदन मोहन मालवीय के अनुसार (बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक), “एक बच्चा जो आदमी का पिता होता है, उसके मन को ढालना उसके शिक्षक पर बहुत अधिक निर्भर करता है। यदि वह देशभक्त है और देश के लिए समर्पित है और अपनी जिम्मेदारियों को समझता है, तो वह देशभक्त पुरुषों और महिलाओं की एक जाति को पैदा कर सकता है जो धार्मिकता से ऊपर देश को और सामुदायिक लाभ से ऊपर राष्ट्रीय लाभ को रखेंगे।”
शिक्षक की विद्यार्थियों, समाज और देश की शिक्षा में बहुत सारी महत्वपूर्ण भूमिकाएं हैं। लोग, समाज और देश का विकास एवं वृद्धि शिक्षा की गुणवत्ता पर निर्भर करता है, जो केवल अच्छे शिक्षक के द्वारा दी जाती है। देश में राजनेताओं, डॉक्टरों, इंजीनियरों, व्यापारियों, किसानों, कलाकारों, वैज्ञानिकों, आदि की जरुरत को पूरा करने के लिए अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा बहुत आवश्यक है। समाज के लिए आवश्यक ज्ञान के लिए शिक्षक किताबों, लेखों, आदि के माध्यम से प्राप्त करने के लिए निरंतर कठिन परिश्रम करते हैं। वे अपने विद्यार्थियों को हमेशा दिशा-निर्देशित करते हैं और उन्हें अच्छे कैरियर के लिए रास्ता बताते हैं। भारत में ऐसे कई महान अध्यापक है जिन्होंने अपने आपको आने वाले शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत के रुप में स्थापित किया है।
एक आदर्श शिक्षक को निष्पक्ष और अपमान से प्रभावित हुए बिना हर समय विनम्र रहना चाहिए। विद्यालय में सभी विद्यार्थियों के लिए शिक्षक अभिभावकों की तरह होते हैं। वे छात्रों के स्वास्थ्य और एकाग्रता के स्तर को बनाए रखने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं। वे अपने विद्यार्थियों के मानसिक स्तर में सुधार करने के लिए पढ़ाई से अलग अतिरिक्त पाठ्क्रम गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं।
मैं शिक्षा, विद्यार्थियों और शिक्षकों के बारे में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शिक्षक दिवस पर उनके विद्यार्थियों के साथ हुए वार्तालाप में कही गयी कुछ बातों को कहता/कहती हूँ:
- “शिक्षा, राष्ट्र के चरित्र निर्माण के लिए एक ताकत बन जानी चाहिए।”
- “बच्चों के साथ वार्तालाप करों: बचपन का आनंद लो। मरते समय तक अपने अंदर के बच्चे को जाने मत दो।”
- “हमें अपने समाज में शिक्षकों के प्रति सम्मान को बहाल करना चाहिए।”
- “क्या भारत अच्छे शिक्षकों को निर्यात करने का सपना नहीं देख सकता।”
- “बच्चे राष्ट्र के निर्माण में स्वच्छता, ऊर्जा और पानी को बचाने के माध्यम से कर सकते हैं।”
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शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi)
Teacher’s Day Shikshak Diwas Par Bhashan – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था, उनकी याद में हर साल 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अगर आप भी इस शिक्षक दिवस पर अपने स्कूल, कॉलेज या ट्यूशन में शिक्षक दिवस पर हिंदी में भाषण ( Shikshak Diwas Bhashan Hindi Mein ) देना चाहते हैं और अपने शिक्षकों की प्रशंसा करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट में साझा किए गए भाषण ( Teachers Day Speech in Hindi ) आपके लिए उपयोगी होंगे।
Also read: शिक्षक दिवस पर निबंध (Teacher’s Day Essay in Hindi)
Table of Contents
शिक्षक दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई?
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन 13 मई 1962 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने। इस वर्ष 5 सितंबर को उनके जन्मदिन के अवसर पर, उनके कुछ सहयोगियों और छात्रों ने राधाकृष्णन से उनका जन्मदिन मनाने के लिए कहा। तो राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि यदि आप शिक्षकों को सम्मान देने के लिए मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे तो मुझे आप सभी पर बहुत गर्व होगा।
राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के इस नेक विचार का सभी ने सम्मान किया और तभी से हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने का निर्णय लिया।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी एक महान शिक्षक थे, जिन्होंने शिक्षकों को उचित सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस की शुरुआत की। शिक्षक दिवस की शुरुआत के साथ उन्होंने हमें हमारे जीवन में शिक्षकों का महत्व बताया।
#1. शिक्षक दिवस पर भाषण (Shikshak Divas Par Speech Hindi)
मान्यवर अध्यक्ष, प्रिय शिक्षकगण, और प्रिय छात्रों,
सबसे पहले, मैं आप सभी का स्वागत करता हूँ इस खास मौके पर, जब हम सभी मिलकर शिक्षक दिवस का आयोजन कर रहे हैं। शिक्षक दिवस हमारे शिक्षा प्रणाली के वो मानदंड हैं, जो हमें हमारे समाज में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका का आदर करने का अवसर प्रदान करता है।
आज हमारे पूर्व उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन भी है, जिनकी याद में हम सभी शिक्षक दिवस मनाते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भी कहा है कि ‘पूरा विश्व एक विद्यालय है, जहां हम कुछ न कुछ नया सीखते हैं। हमारे शिक्षक न सिर्फ हमें पढ़ाते हैं, बल्कि अच्छे-बुरे का फर्क भी समझाते हैं।’
उनकी बातें हमें बताती हैं कि हमारे जीवन में शिक्षकों का होना कितना महत्वपूर्ण है और हम कितने भाग्यशाली हैं कि हमने अपने शिक्षकों से बहुत कुछ सीखा है, अभी भी सीख रहे हैं और भविष्य में भी इसी तरह सीखते रहेंगे।
शिक्षक वो मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें ज्ञान की दिशा में प्रेरित करते हैं। उनका कार्य न केवल पाठ्यक्रम को पूरा करने में होता है, बल्कि वे हमें जीवन के मूल मूल्यों, सही और गलत के बीच अंतर को समझने में भी मदद करते हैं। शिक्षक ही वो मार्गदर्शक होते हैं, जिनसे हम कभी भी अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
एक शिक्षक की भूमिका केवल किताबों से ज्ञान बाँटने तक ही सीमित नहीं होती, बल्कि वे एक छात्र के विकास को समर्पित होते हैं। उनका यह कर्तव्य होता है कि वे हर छात्र के व्यक्तिगत रूचि, कौशल और योग्यता को पहचाने और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शित करें।
शिक्षक बनना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है, क्योंकि उनके हाथ में हमारे समाज का भविष्य होता है। वे न केवल ज्ञान के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की भी शिक्षा प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों में सही सोच और उच्च मानकों की प्राथमिकता बनी रहती है।
आज के दिन हमें यह स्मरण करने का अवसर मिलता है कि शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका को हमें समझना चाहिए और उनके प्रति हमारी कृतज्ञता का अभिवादन करना चाहिए। हमें यह भी याद रखना चाहिए कि शिक्षक भी एक शिक्षार्थी की तरह हमेशा सीखने और सुधारने के लिए तैयार रहते हैं।
समापन में, मैं फिर से सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूँ, जिनका संघर्ष, समर्पण और मेहनत से हमें सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। आपका योगदान समाज के विकास में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और हम सभी आपके प्रति कृतज्ञ हैं।
#2. शिक्षक दिवस पर भाषण – Teacher’s Day Shikshak Diwas Par Bhashan
प्रिय सभी उपस्थित अतिथियों को नमस्कार।
आज हम सभी यहां एक विशेष और महत्वपूर्ण कार्यक्रम – “शिक्षक दिवस” मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। शिक्षा एक ऐसी शक्ति है जो मानवता को उच्चतम मानवीय मूल्यों की ओर बढ़ने का माध्यम प्रदान करती है और शिक्षक इस माध्यम के मुख्य आधार होते हैं। शिक्षक वे महान आदर्श हैं जिनकी कड़ी मेहनत, संघर्ष और समर्पण से हमारे समाज में शिक्षा का महत्वपूर्ण कार्य संचालित होता है।
अपने जीवन को सफल बनाने के लिए हम अपने शिक्षकों का जितना भी आभार व्यक्त करें वह कम है। संत कबीरदास जी ने भी अपने एक दोहे में कहा है कि ”सब धरती काजग करूँ, लेखनी सब वनराय। सात समुद्र की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाए।” इस दोहे में कबीरदास जी ने बताया है कि गुरु ही सर्वश्रेष्ठ और महान है। यदि हम पृथ्वी का सारा कागज इकट्ठा कर लें, जंगल के सारे पेड़ों की लकड़ियाँ इकट्ठा कर लें और सारे समुद्रों के पानी से स्याही बना लें, तो भी गुरु की महिमा लिखने के लिए वह कागज और स्याही कम पड़ जाएगी।
शिक्षक न केवल पाठ्यक्रम को पढ़ाने वाले होते हैं, बल्कि वे जीवन के मूल्यों, नैतिकता के मानकों और सही मार्गदर्शन के साथ छात्रों की मानसिक और आध्यात्मिक विकास में भी सहायक होते हैं। एक अच्छे शिक्षक की पहचान उनके छात्रों के जीवन में उठाए गए छोटे-छोटे कदमों में निहित होती है, जब वे उन्हें सही और गलत के बीच अंतर समझाने में मदद करते हैं।
गुरु की महिमा को शब्दों में बयां करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। ऐसी है गुरु की महिमा। इसलिए शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का सबसे अच्छा और सच्चा तरीका है कि हमेशा उनका सम्मान करें।
शिक्षक दिवस पर, हमें उन शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर मिलता है जिन्होंने हमारे जीवन को आकार देने में मदद की है। हमें उनके प्रति आदर और सम्मान दिखाना चाहिए जो हमें ज्ञान की दिशा में प्रेरित किया है, जिन्होंने हमें सही और गलत के बीच अंतर को समझने की कला सिखाई है।
शिक्षक दिवस हमारे शिक्षकों के प्रति हमारे आदर और सम्मान का प्रतीक है, और यह भी एक अवसर है कि हम उनके प्रति आभार व्यक्त कर सकें जो हमें ज्ञान के प्रति उत्साहित किया है। शिक्षक दिवस के इस उपलब्धि के अवसर पर, मैं आप सभी के समक्ष शिक्षकों के प्रति मेरा आभार और सम्मान व्यक्त करता हूँ, और उनके योगदान की महत्वपूर्णता को मानते हुए, हम सभी को उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने का आदर्श लेने की प्रेरणा मिलती है।
#3. शिक्षक दिवस पर भाषण (Speech On Teachers Day In Hindi)
मान्यवर अध्यापकगण, प्रिय छात्र-छात्राएं और सभी उपस्थित व्यक्तिगण,
आज हम सभी यहां एक विशेष और महत्वपूर्ण अवसर पर एकत्र हुए हैं, जिसे ‘शिक्षक दिवस’ कहा जाता है। यह दिन शिक्षा के महत्व को समझने और शिक्षकों के संघर्ष और समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका को मनाने के लिए मनाया जाता है।
विश्व शिक्षक दिवस पहली बार भारत में वर्ष 1962 में मनाया गया था। सबसे पहले 5 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति तथा शिक्षागुरु स्वर्गीय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर उनके सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया गया।
समाज के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। वे एक दीपक की तरह होते हैं जो हमारे जीवन में प्रकाश डालते हैं, हमें ज्ञान की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। शिक्षा माता-पिता का एक महत्वपूर्ण उपहार है और शिक्षक उस उपहार को साकार करने में मदद करते हैं।
शिक्षक विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान के साथ-साथ नैतिक मूल्य भी प्रदान करने का कार्य करते हैं। वे छात्रों को सिखाते हैं कि सच्चे इंसान कैसे बनें, समाज में जिम्मेदार नागरिक कैसे बनें।
एक शिक्षक का उद्देश्य केवल छात्र की प्रगति और सफलता से संबंधित होता है। शिष्य की सफलता से शिक्षक का हृदय खुशी से भर जाता है। उन्हें ऐसा लगता है जैसे उनकी पढ़ाई सार्थक हो गई है।
शिक्षकों का कार्य कठिन हो सकता है क्योंकि वे न केवल छात्रों को पढ़ाते हैं बल्कि उन्हें सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित भी करते हैं। शिक्षकों का यह समर्पण और संघर्ष ही हमें नेता, वैज्ञानिक, कलाकार, डॉक्टर, इंजीनियर, और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्टता तक पहुँचने में मदद करता है।
शिक्षक दिवस हमें याद दिलाता है कि शिक्षा हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हमें अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। यह दिन शिक्षकों के प्रति अपना आभार और सम्मान व्यक्त करने का एक अच्छा अवसर है।
अंत में मैं यही कहना चाहूंगा कि हमें अपने शिक्षकों का आभारी होना चाहिए और उनके संघर्षों को समझने का प्रयास करना चाहिए। उनकी प्रेरणा बनने का प्रयास करें और उनके मार्गदर्शन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प लें।
#4. शिक्षक दिवस पर भाषण – Adhyapak Diwas Par Nibandh Hindi
मान्यवर अतिथिगण, प्रिय शिक्षकगण और प्रिय छात्र-छात्रियों,
सबसे पहले, मैं वर्ष के इस महत्वपूर्ण और गरिमामय अवसर पर आप सभी का स्वागत करना चाहता हूं। आज हम सभी यहां एक महत्वपूर्ण उद्देश्य के लिए एकत्र हुए हैं – शिक्षक दिवस मनाने के लिए।
विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। कई देशों में इसे अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है। यह भारत में 5 सितंबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
शिक्षा में शिक्षकों की भूमिका के महत्व को दर्शाने और उनके काम की सराहना करने के लिए 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस हमें हर वर्ष उस कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति को अभिवादन करने का अवसर देता है, जिनका संघर्ष और समर्पण हमें अपने समाज को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रेरित करता है। हमारे शिक्षक न केवल हमें शिक्षित करते हैं, बल्कि वे जीवन में हमारे मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक भी होते हैं।
शिक्षक न केवल हमें किताबों का ज्ञान देते हैं, बल्कि वे हमें जीवन के मूल्यों, नैतिकता का मार्गदर्शन करने में भी मदद करते हैं। उनका उद्देश्य होता है कि छात्र न केवल एक दिन का ज्ञान अर्जित करें, बल्कि जीवन भर पढ़ने का संकल्प भी लें।
इस दिन हमें यह याद रखना चाहिए कि शिक्षक का काम वास्तव में एक महत्वपूर्ण और समर्पित काम है। शिक्षक का कार्य वह स्रोत है जिसके माध्यम से ज्ञान प्रसारित होता है और जीवन को दिशा देने में मदद मिलती है।
हमारे शिक्षक केवल शिक्षक नहीं हैं, बल्कि वे हमारे समाज की नींव भी हैं। वे हमारे समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और जीवन शक्ति के रूप में नई पीढ़ियों को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं।
मैं इस अवसर पर उन सभी शिक्षकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारी शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपने समय, समर्पण और कड़ी मेहनत से काम किया है। आपका यह संघर्ष और समर्पण हमारे जीवन में सदैव प्रेरणास्रोत बना रहेगा।
इस दिन हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम शिक्षकों के प्रति अपना आभार और समर्पण व्यक्त करेंगे। हमें उनके योगदान को पहचानना चाहिए और उनके साथ मिलकर बेहतर भविष्य की दिशा में कदम उठाने का संकल्प लेना चाहिए।
अंत में, मैं एक बार फिर सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करता हूं और उनके काम की सराहना करता हूं। आप हमारे समाज की नींव हैं, और आपका योगदान हमारे राष्ट्र को महत्वपूर्ण दिशाओं में आगे बढ़ाने में मदद करता है।
#5. शिक्षक दिवस पर भाषण – Teachers Day Speech in Hindi 2023
माननीय अध्यापक, सभी शिक्षकगण, प्रिय छात्र-छात्राएँ और मेरे प्रिय सहयोगियों।
आज हम सभी यहाँ एक ऐतिहासिक क्षण के लिए एकत्रित हुए हैं, जिसका हमारे जीवन में अत्यंत महत्व है – शिक्षक दिवस! यह दिन हमें अपने शिक्षकों को बढ़ावा देने का अवसर देता है, जिन्होंने हमें ज्ञान की ऊंचाइयों तक ले जाने का कार्य समर्पित भाव से किया है।
शिक्षक हमारे समाज के मूल आध्यात्मिक गुरु हैं। वे हमें सिखाते हैं कि कैसे सोचना है, कैसे सीखना है और सफलता की ओर कैसे बढ़ना है। वे न केवल पुस्तकों के पाठक हैं, बल्कि हमारे जीवन के मार्गदर्शक भी हैं। हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।
शिक्षा वह शक्ति है जो समाज को प्रगति की ओर ले जाती है। शिक्षक समृद्धि की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाने में मदद करते हैं जो समाज को सशक्त और समृद्ध बनाता है। उनके द्वारा दी गई शिक्षा ही हमें अच्छा नागरिक बनने का मार्गदर्शन करती है, जिसके माध्यम से हम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
शिक्षक बनना एक बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य उनके हाथों में होता है। उन पर न केवल ज्ञान प्रदान करने का दायित्व होता है, बल्कि अपने छात्रों को अच्छे मूल्यों, नैतिकता और सही मार्गदर्शन के साथ तैयार करने की भी जिम्मेदारी होती है।
इस अवसर पर मैं सभी शिक्षकों को उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए हार्दिक बधाई देता हूं और उन्हें बताना चाहता हूं कि हमारे समाज के विकास में उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। आपकी मेहनत, संघर्ष और समर्पण आपको उस महत्वपूर्ण स्थान पर ले आया है, जहां से आप समाज को प्रेरणा देने के साथ-साथ नए आदर्शों की ओर भी ले जा सकते हैं।
अंत में, मैं कहना चाहूंगा कि आपका योगदान अमूल्य है और हम सभी आपकी शिक्षा, मार्गदर्शन और प्रेरणा के लिए आपके आभारी हैं।
#6. शिक्षक दिवस पर भाषण हिंदी में – Shiksha Mein Guru Ki Bhumika Bhashan
मान्यवर अध्यापकगण, प्रिय छात्र-छात्राएं और सभी उपस्थित अतिथियों और व्यक्तिगण,
आज हम सभी यहां इस महत्वपूर्ण और उपलब्धियों से भरपूर अवसर पर एकत्र हुए हैं, जो हमारे समाज की नींव को मजबूत और मार्गदर्शन करने वाले शिक्षकों को समर्पित है। आज हम यहां शिक्षक दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं, ताकि हम शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञ भावना व्यक्त कर सकें और उन्हें यह महसूस करा सकें कि हम उनके संघर्ष, संघर्ष और समर्पण की सराहना करते हैं।
शिक्षक समाज के निर्माता हैं, जो न केवल ज्ञान का संचार करते हैं बल्कि आत्मा को आकर्षित करने वाले महान मार्गदर्शक भी हैं। शिक्षा का महत्व बहुत अधिक है क्योंकि यह न केवल हमें पढ़ाई में समृद्धि प्रदान करती है, बल्कि यह हमें मानवीय मूल्यों, नैतिकता और सही मार्गदर्शन के लिए भी प्रेरित करती है।
एक शिक्षक की भूमिका बहुत सारे संचार कौशल और समर्पण का परिचय देती है। वे अपने छात्रों के प्रत्येक विचार और धारणा को प्रसारित करते हैं और उन्हें अपने स्वयं के प्रतिज्ञान और सपनों की पुष्टि करने में मदद करते हैं। शिक्षक न केवल किताबों से ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि उचित मार्गदर्शन करके छात्रों के व्यक्तित्व का एहसास कराने में भी मदद करते हैं।
आज के समय में जब तकनीकी उन्नति हो रही है तो शिक्षकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। वह न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अपना ज्ञान साझा करते हैं, बल्कि छात्रों को शिक्षा के प्रति अपने आदर्शों और सिद्धांतों के माध्यम से सही रास्ते पर चलने की कला भी सिखाते हैं।
इस शिक्षक दिवस पर, मैं आप सभी के समक्ष अपने शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता की भावना व्यक्त करना चाहता हूं, और यह भी व्यक्त करना चाहता हूं कि हम हमेशा उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा का सम्मान करते हैं। शिक्षक न केवल ज्ञान के स्रोत हैं, बल्कि वे समर्पित जीवन के आदर्श भी हैं।
#7. Shikshak Diwas Par Bhashan Hindi Mein
मान्यवर उपस्थित गुरुजन, अतिथियों और प्रिय छात्रों,
सभी को मेरा नमस्कार!
आज हम यहां एक विशेष और महत्वपूर्ण दिन – “शिक्षक दिवस” मना रहे हैं, जिसे हम हर साल 5 सितंबर को मनाते हैं। शिक्षकों को सम्मानित करने और उनके योगदान के महत्व को स्थापित करने के लिए यह दिन सबसे उत्कृष्ट है।
सभ्य समाज के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। वे न केवल हम बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैं बल्कि हमें एक अच्छा नागरिक और अच्छा इंसान बनाने का भी काम करते हैं। शिक्षक हमारे समाज के नेतृत्व के स्तंभ और प्रतीक हैं।
शिक्षा केवल किताबों का ज्ञान नहीं है, बल्कि वास्तविक जीवन में उच्चतम मूल्यों, नैतिकता और सही मार्गदर्शन की ओर बढ़ने का साधन है। शिक्षक न केवल सीखने का स्रोत हैं, बल्कि प्रेरणा का भी स्रोत हैं। उनकी प्रेरक क्षमता और जिज्ञासा की भावना हमें नए उत्तराधिकारी के रूप में विकसित होने में मदद करती है।
हमें याद रखना चाहिए कि शिक्षक भी स्वयंपूर्ण नहीं होते हैं, वे भी एक इंसान हैं जिनकी अपनी चुनौतियाँ और परिस्थितियाँ होती हैं, लेकिन उनके आदर्श और मार्गदर्शन हमें उन चुनौतियों का सही तरीके से सामना करने के लिए प्रेरित करते हैं।
शिक्षक दिवस के इस अवसर पर हमें यह सोचने का मौका मिलता है कि हम शिक्षकों के प्रति अपना आभार कैसे व्यक्त कर सकते हैं। हम एक शब्द, एक आदर्श और उनके कार्यों की सराहना करके उनके प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रदर्शित कर सकते हैं।
अंत में, मैं एक बार फिर सभी शिक्षकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं, जो हमें ज्ञान की धारा में आगे बढ़ाते हैं और बेहतर भविष्य की ओर बढ़ने में मदद करते हैं। आपका संघर्ष और समर्पण हमें प्रेरणा देता है। समाज के उत्थान में आपका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
#8. शिक्षक दिवस पर भाषण हिंदी में (Shikshak Diwas Par Speech)
माननीय प्रधानाचार्य, सभी शिक्षकों और प्रिय छात्रों को मेरा नमस्कार,
आज हम सभी यहां एक खास मौके पर इकट्ठा हुए हैं, जिसका मकसद शिक्षक दिवस के मौके पर अपने विचार व्यक्त करना है। हमारे समाज में शिक्षकों के महत्वपूर्ण योगदान को पहचानने और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करने के उद्देश्य से हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
शिक्षक समाज की आधारशिला हैं। शिक्षा की दिशा में वे हमारे मार्गदर्शक होते हैं, जो न केवल हमें किताबों का ज्ञान देते हैं, बल्कि जीवन के मूल्यों और नैतिकता को सिखाने में भी हमारी मदद करते हैं। शिक्षक हमें नये विचार, नये दृष्टिकोण देते हैं और हमारे विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शिक्षक बनने का कार्य आसान नहीं है। यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, जिसके लिए शिक्षक का छात्रों के प्रति समर्पण और सहयोग आवश्यक है। एक अच्छे शिक्षक के पास न केवल ज्ञान होना चाहिए, बल्कि उत्साह, संचार कौशल और शिक्षण कौशल की प्रचुरता भी होनी चाहिए।
शिक्षक दिवस हमें सिखाता है कि शिक्षकों का हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण स्थान है। हमें उनकी सेवाओं का सम्मान करना चाहिए और उन्हें प्रेरणा देने का अवसर प्रदान करना चाहिए।
आज, हमें खुद को याद दिलाना चाहिए कि शिक्षक होना एक मानवीय कर्तव्य है। शिक्षक हमारे भविष्य को दिशा देते हैं और समाज के हर क्षेत्र में उनका योगदान अहम होता है।
इस विशेष अवसर पर, मैं सभी शिक्षकों को उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए हार्दिक बधाई और आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आपका संघर्ष, समर्पण और उत्कृष्टता हम सभी के लिए प्रेरणा है।
#9. Teachers Day Par Speech Hindi Mai
आज हम सभी शिक्षक दिवस के अवसर पर यहां एकत्र हुए हैं, जो एक महत्वपूर्ण और गरिमामय कार्यक्षेत्र के प्रति हमारे समर्पण और सेवा का प्रतीक है। शिक्षक ऐसे मार्गदर्शक होते हैं जो हमें ज्ञान की ओर प्रेरित करते हैं, हमारे विकास में मदद करते हैं और समृद्धि की दिशा में प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करते हैं।
शिक्षा मानवता की सबसे महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक है, क्योंकि यह न केवल हमें ज्ञान देती है बल्कि एक समर्पित और सफल जीवन जीने की कला भी सिखाती है। शिक्षक वह मार्गदर्शक होते हैं जो हमें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
शिक्षक बनना एक महान उपलब्धि है, क्योंकि यह एक शिक्षाप्रेमिका के रूप में अपने समर्पण और कठिनाइयों से भरी जिन्दगी का संकेत होता है। शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले शिक्षक हमारे समाज के साथी हैं जो न केवल पढ़ाई का पाठ पढ़ाते हैं बल्कि जीवन के मूल्यों और नैतिकता को सिखाने में भी मदद करते हैं।
शिक्षक बनने का कार्य आसान नहीं है। इसके लिए तपस्या, समर्पण और दृढ़ इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है। शिक्षक दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं ताकि उनके छात्र बेहतर और सफल व्यक्ति बनकर उभरें।
आज हमारे लिए यह सोचने का भी समय है कि हम शिक्षकों के प्रति अपना समर्पण और सहयोग कैसे दिखा सकते हैं। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि उनका सम्मान करना और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करना कितना महत्वपूर्ण है।
अंत में, मैं फिर से उन सभी शिक्षकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं जो हमें ज्ञान के मार्ग पर मार्गदर्शन करते हैं और बेहतर भविष्य की ओर बढ़ने में मदद करते हैं। आपका संघर्ष और समर्पण हमें प्रेरणा देता है। शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ।
धन्यवाद! जय हिंद।
#10. Teachers Day Par Speech In Hindi
प्रिय सभी उपस्थित मान्यवर, अध्यापकगण, सम्माननीय व्यक्तियों को मेरा नमस्कार।
आज हम सभी एक महत्वपूर्ण एवं गौरवपूर्ण अवसर पर एकत्रित हुए हैं, जिसका उद्देश्य शिक्षकों द्वारा किये गये महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना करना है। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर हम यहां उन उत्कृष्ट व्यक्तियों का सम्मान करने के लिए एकत्र हुए हैं जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना सर्वस्व दिया है।
शिक्षक हमारे समाज की नींव हैं। वे व्यक्तिगत विकास और समाज के सशक्तिकरण के माध्यम से समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक शिक्षक का काम सिर्फ पाठ्यक्रम पढ़ाना ही नहीं बल्कि उनका ध्यान विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की ओर भी लगाना है। वे न केवल ज्ञान की प्रेरणा देते हैं बल्कि मूल्य, नैतिकता और सही दिशा में चलने की कला भी सिखाते हैं।
महान विचारक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने बिल्कुल सही कहा था, “एक शिक्षक का काम ज्ञान को प्रकट करना और उसे उसकी पूरी क्षमता सामने लाने में मदद करना है।” इसीलिए शिक्षक हमारे जीवन में मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं और हमें सही रास्ते पर चलने के लिए मार्गदर्शन करते हैं।
शिक्षक दिवस पर हमें उनके संघर्ष, त्याग के बावजूद उनके उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करने का अवसर मिलता है। यह दिन हमें खुद को यह याद दिलाने का अवसर भी देता है कि शिक्षक बेहतरी की दिशा में काम करते हैं, जो हमारे समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए आवश्यक है।
आज, मैं इस अवसर पर उन सभी शिक्षकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं, जो अपनी अद्वितीय और अथक मेहनत से नई पीढ़ियों को ज्ञान दे रहे हैं। आपका संघर्ष और समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणा है।
आइए इस शिक्षक दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि हम शिक्षकों के प्रति अपना आभार और समर्पण व्यक्त करेंगे। हमें उनकी कड़ी मेहनत को समझने और स्वीकार करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि वे हमारे भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
अंत में, मैं एक बार फिर सभी शिक्षकों को धन्यवाद देता हूं और उनके उत्कृष्ट कार्य की सराहना करता हूं। हम सभी को आपके संघर्ष और समर्पण के लिए आभारी होना चाहिए। आपका कार्य न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि पूरे समाज के लिए महत्वपूर्ण है और हम सभी आपके साथ हैं और इस महत्वपूर्ण कार्य का हिस्सा बनेंगे।
धन्यवाद। जय हिंद।
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- Speech Writing /
Teachers Day Speech : शिक्षक दिवस पर ऐसे तैयार करें प्रेरणादायक भाषण
- Updated on
- सितम्बर 3, 2024
देश में हर साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को सम्मानित करने का दिन है। इसके साथ ही यह दिन हमारे समाज के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करने का दिन है। ऐसे में इस खास दिन पर एक प्रेरणादायक भाषण देना, न केवल शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन तरीका है, बल्कि यह आपके विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का भी अवसर है। यदि आप शिक्षक दिवस पर एक प्रभावशाली भाषण देने की योजना बना रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए हैं। यहाँ Teachers Day Speech in Hindi 100, 200 और 500 शब्दों में दिया गया है।
This Blog Includes:
100 शब्दों में ऐसे दें शिक्षक दिवस पर भाषण, 200 शब्दों में ऐसे दें शिक्षक दिवस पर भाषण, स्पीच की शुरुआत में, शिक्षक दिवस का इतिहास, शिक्षक दिवस का महत्व , स्पीच के अंत में, शिक्षक दिवस पर भाषण तैयार करने के टिप्स.
आप 100 शब्दों में शिक्षक दिवस पर स्पीच (Teachers Day Speech in Hindi) इस प्रकार दे सकते हैं –
नमस्कार दोस्तों!
आज हम सब यहाँ शिक्षक दिवस के विशेष अवसर पर एकजुट हुए हैं। भारत में हर साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह वह दिन है जब एक महान शिक्षाविद, दार्शनिक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। बता दें कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को भारतीय शहर तिरुपति (अब आंध्र प्रदेश) में हुआ था। वह एक प्रसिद्ध शिक्षक होने के साथ-साथ भारत में एक मान्यता प्राप्त राजनेता भी थे। उनका मानना था कि शिक्षक समाज के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनके योगदान को सम्मानित किया जाना चाहिए। उसके बाद ही शिक्षक दिवस को मनाये जाने का निर्णय लिया गया। यह एक ऐसा अवसर है जब हम अपने शिक्षकों के प्रति अपना स्नेह और सम्मान व्यक्त कर सकते हैं और उनकी कड़ी मेहनत के लिए उन्हें धन्यवाद कर सकते हैं।
आप 200 शब्दों में शिक्षक दिवस पर स्पीच (Teachers Day Speech in Hindi) इस प्रकार दे सकते हैं –
माननीय प्रधानाचार्य, आदरणीय शिक्षकगण, और मेरे प्रिय साथियों,
आज 5 सितम्बर का यह दिन भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इस दिन हम शिक्षा दिवस के रूप में अपने शिक्षकों का सम्मान और आभार व्यक्त करते हैं। शिक्षक दिवस डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो एक महान शिक्षाविद, दार्शनिक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। आपको बता दें कि उनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को भारतीय शहर तिरुपति (अब आंध्र प्रदेश) में हुआ था। उनका मानना था कि शिक्षक वह मार्गदर्शक होते हैं, जो हमारे समाज को सशक्त और प्रगतिशील बनाते हैं। ऐसे में शिक्षक दिवस, हमारे जीवन में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को याद करने का एक विशेष दिन है। शिक्षक, न केवल हमें शिक्षा प्रदान करते हैं बल्कि अपने ज्ञान और समर्पण से हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने और हमारे भविष्य को उज्जवल बनाने में मदद करते हैं। वे हमारे जीवन के मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। ऐसे में इस विशेउनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को भारतीय शहर तिरुपति (अब आंध्र प्रदेश) में हुआ था। उनका मानना था कि शिक्षक वह मार्गदर्शक होते हैं, जो हमारे समाज को सशक्त और प्रगतिशीलष अवसर पर शिक्षकों के सम्मान और उनके योगदान को सराहने के लिए देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। विद्यार्थी इस दिन विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें नृत्य, संगीत, नाटक आदि शामिल हैं। आईये हम सभी मिलकर इस शिक्षक दिवस को एक प्रेरणादायक और यादगार अवसर बनाएं।
यह भी पढ़ें : ऐसे तैयार करें शिक्षक दिवस पर 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध
500 शब्दों में ऐसे दें शिक्षक दिवस पर भाषण
आप 500 शब्दों में शिक्षक दिवस पर स्पीच (Teachers Day Speech in Hindi) इस प्रकार दे सकते हैं –
माननीय अतिथिगण, शिक्षक वर्ग और मेरे सहपाठियों
आज हम सब शिक्षक दिवस के विशेष अवसर पर एकत्रित हुए हैं। 5 सितंबर का यह दिन हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिन हमें हमारे शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। शिक्षक दिवस का यह उत्सव हमें याद दिलाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारे शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण है।
यह भी पढ़ें : हर साल 5 सितम्बर को क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस? जानें इसका इतिहास
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को भारतीय शहर तिरुपति (अब आंध्र प्रदेश) में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके जन्मदिन के शुभावसर पर ही भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। जब डॉ. राधाकृष्णन राष्ट्रपति बने, उनके शिष्यों ने उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया। उनके सम्मान में, 5 सितंबर 1962 को पहली बार भारत में शिक्षक दिवस मनाया गया। डॉ राधाकृष्णन के जीवन और कार्य ने शिक्षा के महत्व को उजागर किया और ऐसे में उनके समर्पण को मान्यता देने के लिए ही यह दिन समर्पित किया गया। शिक्षक दिवस केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विश्वभर में विभिन्न तिथियों पर मनाया जाता है, जैसे कि विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। वहीं भारत में, इस दिन को विशेष रूप से स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में उत्सव और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। छात्र अपने शिक्षकों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भाषणों और विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं। कई बार, छात्र इस दिन शिक्षकों की भूमिका निभाते हैं, जिससे उन्हें शिक्षकों के काम की गंभीरता और कठिनाई का अनुभव हो सके।
शिक्षक दिवस, शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का एक विशेष दिन है। यह दिवस हम सभी को शिक्षकों के अनगिनत प्रयासों और समर्पण को मान्यता देने का अवसर प्रदान करता है। शिक्षक केवल हमें किताबी ज्ञान ही नहीं देते बल्कि हमारे जीवन के मार्गदर्शक भी होते हैं। ऐसे में यह दिवस हमें याद दिलाता है कि समाज शिक्षक की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। ऐसे में इस दिन को विशेष बनाने के लिए देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जो शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का मौका मिलता है।
अंत में, मैं सभी शिक्षकों को उनके कठिन परिश्रम और समर्पण के लिए धन्यवाद देना चाहता/ चाहती हूँ। शिक्षकों का योगदान हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे हमारे जीवन के लिए प्रेरणा के स्त्रोत हैं और हमारे भविष्य के निर्माता हैं। आइए, हम सब मिलकर इस शिक्षक दिवस को यादगार बनाएं। आप सभी को शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ!
शिक्षक दिवस पर स्पीच तैयार करने के लिए टिप्स निम्नलिखित है –
- सबसे पहले शिक्षक दिवस से जुड़े सभी फैक्ट और जानकारी इकट्ठा कर लें।
- फिर उन्हें अच्छी तरह से फ्रेम करें और स्पीच को लिखित रूप में तैयार करें।
- अपने भाषण की शुरुआत में, शिक्षक दिवस के बारे में संक्षिप्त जानकारी दें।
- स्पीच देते समय शब्दों का सही चयन करें।
- समय का ध्यान रखें और अपने भाषण को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करें।
- स्पीच देने से पहले लेखन को अच्छी तरह पढ़ लें।
- अपनी स्पीच के अंत में श्रोताओं का शुक्रिया अदा करना न भूलें।
शिक्षक दिवस हमारे शिक्षकों के योगदान को याद रखने और उनके प्रति आभार व्यक्त करने का एक विशेष दिन है। यह दिन शिक्षकों और छात्रों के बीच के रिश्ते को मजबूत बनाने का एक अवसर है। यह दिवस शिक्षकों को प्रेरित करता है और उन्हें बेहतर शिक्षक बनने के लिए प्रोत्साहित करता है।
भारत में हर साल 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
पहली बार साल 1962 में शिक्षक दिवस मनाया गया था।
स्पीच से संबंधित आर्टिकल्स
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Teachers Day Speech in Hindi के बारे में विस्तृत जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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