45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today
Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.
Verification Code
An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify
Thanks for your comment !
Our team will review it before it's shown to our readers.
कम्युनिकेशन स्किल्स क्या हैं?
- Updated on
- मई 16, 2024
आज के दौर में कम्युनिकेशन स्किल बहुत ज़रूरी हुनर है। अगर आपके पास यह नहीं है तो आप पीछे रह जाएंगे। अगर आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी है तो आप अपनी बातों से किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं। आप चाहे जॉब करें या अपना खुद का व्यापार, हर जगह आपको कम्युनिकेशन स्किल की आवश्यकता पड़ती ही है। आज इस ब्लॉग में हम Communication Skill in Hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे।
This Blog Includes:
कम्युनिकेशन स्किल्स क्या होती हैं, संचार कौशल के प्रकार , कम्युनिकेशन स्किल्स के साधन, संचार के साधनों में अंतर , कम्युनिकेशन के अंग , कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर कैसे करें, प्रोफेशनल लाइफ में, स्टूडेंट लाइफ में, संचार में आने वाली बाधाएं, संचार कौशल के लिए सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें.
कम्युनिकेशन (Communication Skill in Hindi) को हिंदी में संचार या सम्प्रेक्षण (ऑब्जरवेशन) कहते हैं। इसका उद्भव लैटिन भाषा में “Communis” शब्द से हुआ है। कम्युनिकेशन का अर्थ होता है सूचना का आदान-प्रदान। कम्युनिकेशन थोड़ी कठिन प्रक्रिया है। कम्युनिकेशन स्किल्स इंसान के व्यक्तित्व का अभिग अंग है, कम्युनिकेशन का मतलब है आप अपनी बात को लोगों के सामने कितने प्रभावी रूप से सामने रखते हैं। किसी व्यक्ति से आपके बात करने के तरीके को कम्युनिकेशन स्किल्स कहते हैं। आप किसी भी क्षेत्र में क्यों नहीं हो अगर आपका बात करने का तरीका सही है तो आप सफल हो जाएंगे।
संचार कौशल के प्रकार नीचे दिए गए हैं-
- मौखिक संचार (verbal communication skills)
- लिखित संचार (written communication skills)
- अमौखिक संचार (non-verbal communication skills)
- मौखिक संचार- ऐसी संचार प्रणाली है जिसमे हम एक या एक से अधिक लोगो से बात करके सन्देश का सम्प्रेक्षण करते है। इसका उपयोग समूह में , टेलीफोन के माध्यम से करते है। इसमें आप अपने शब्दो से किसी व्यक्ति की मना सकते है। इसका हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है इस लिए आपकी मौखिक संचार सही होना चाहिए।
- लिखित संचार- लिखित संचार का मतलब अपनी बात को लिखित रूप से समझाना आपके लिखने की कला व्यक्तित्व को प्रभावित कर सकती है।यह विज्ञापन सामग्री, प्रिंट मीडिया अन्य संस्थाओं से संचार के लिए जरूरी है।
- अमौखिक संचार- इसमें आप अपनी बॉडी लैंगवेज के द्वारा किसी से बातचीत कर रहे हैं। उसे अपनी बॉडी लैंग्वेज से अपनी बात को मनवाना नॉन वर्बल कम्युनिकेशन स्किल्स कहते हैं। बॉडी लैंग्वेज से कहीं लोग आपके पर्सनैलिटी का अंदाजा लगा सकते हैं।
Communication Skill in Hindi में कम्युनिकेशन स्किल्स के साधन नीचे दिए गए हैं-
- सेल्फ कांसेप्ट: सेल्फ कांसेप्ट जिसे हम आत्म जागरूकता यानि सेल्फ अवारनेस इसमें ये पता चलेगा की एक व्यक्ति खुद को दूसरे के सामने किस तरह से दिखाता हैं ।
- धारणा: धारणा यानी परसेप्शन जिसमें धारणा बनाकर आप बाहरी दुनिया के बारे में विचार बनाते है । ये सेल्फ कांसेप्ट से जुड़ा है जो अपने अन्दर और भरी दुनिया में सामंजस्यपूर्ण बनाते हैं ।
- उम्मीद: उम्मीद जो भविष्य में जीवन में होने वाले चीजों के बारे में हैं।
- इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन: इसमें इसमें दो लोग आपस में बात करते हैं, जिसमे एक चैनल शब्द , विचारों या संदेशो के रूप में बात करते हैं ।
- ग्रुप कम्युनिकेशन: इसमें कम्युनिकेशन एक समूह यानी ग्रुप के बीच होता है। हर व्यक्ति किसी न किसी ग्रुप का हिस्सा होता ही है जब किसी ग्रुप में एक विशेष टॉपिक पर चर्चा होती हैं तो वो ग्रुप कम्युनिकेशन कहलाता है।
- मास कम्युनिकेशन: ये कम्युनिकेशन का बड़ा रूप होता हैं जिसमें हम लोगों तक किसी मीडियम के द्वारा सूचना पहुंचाते है जैसे : टेलीविज़न , रेडियो, सोशल मीडिया आदि।
प्रकार | खुद से बात करना (आत्मचिंतन) | दोनों तरफ से कम्युनिकेशन करना | समूह से बात करना |
संचार का माध्यम | सोचना , किसी चीज़ का अंदाज़ा लगाना | चित्र , बातचीत , सुनना ,लिखकर | समूह में संचार करना |
उदहारण | खुद से बात करना , शर्मीला व्यक्ति का किसी इवेंट के दौरान मुस्कुराना | फेस टू फेस , डिजिटल चर्चा, पर्सनल लेटर | सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, डिजिटल मीडिया, भाषण |
Communication Skill in Hindi में संचार कौशल में अंग कितने होते हैं, यह नीचे दिए गए हैं-
- प्रेषक (sender): वह व्यक्ति है जो अपने विचारों को दूसरे व्यक्ति तक पहुंचते है, उस प्रेषक कहते हैं।
- सन्देश (message): यह संचार का मुख्य विषय होता है, जिसमें कोई भी सूचना लिखित, मौखिक या अलिखित किसी भी माध्यम से सम्प्रेषित की जा सकती है।
- एन्कोडिंग (encoding): सूचना भेजने वाला व्यक्ति अपने विचारों को अपनी भाषा में या विभिन्न चिन्हों की एक श्रृंखला के रूप में व्यवस्थित करता है और फिर इस सूचना को आगे भेजता है।
- संचार माध्यम (communication channel): सन्देश भेजने के लिए एक ऐसे माध्यम की जरूरत पड़ती है, जिसके द्वारा वह अपने सन्देश को आगे भेज सके संचार माध्यम औपचारिक अथवा अनौपचारिक किसी भी प्रकार का हो सकता है । व्यक्तिगत, पारिवारिक तथा सामाजिक स्तर पर अनौपचारिक माध्यम का प्रयोग किया जाता है जबकि स्कूल किसी संगठन में सन्देश भेजने के लिये औपचारिक माध्यम का प्रयोग किया जाता है।
- डिकोडिंग (decoding): सन्देश प्राप्त होने के बाद प्राप्तकर्ता सन्देश को समझता है। यदि सन्देश किसी कूट भाषा या सांकेतिक भाषा में लिखा है, तो वह इस संदेश को समझने के लिए अपने शब्दों में उसे डिकोड करता है, जिससे उसे सन्देश समझने में सहायता मिलती है।
- प्राप्तकर्ता (receiver): वह व्यक्ति जो संदेश प्राप्त करता है वो प्राप्तकर्ता कहलाता है।
Communication Skill in Hindi में कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर बनाने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को का पालन करें, तभी आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स सुधार सकते हैं-
- सरल भाषा- प्रेषक द्वारा सन्देश में सरल भाषा का उपयोग करें और तकनीकी और कठिन भाषा के प्रयोग से बचना चाहिए। अपनी बात को सही से पैश करने के लिए सही शब्दो का चयन करना बहुत जरूरी है, सन्देश में ऐसी भाषा प्रयोग होना चाहिए जो सन्देश प्राप्तकर्ता को आसानी से समझ आए।
- व्यवस्थित सन्देश – सन्देश का समय, विषय, स्थान उद्देश्य, सन्देश प्राप्तकर्ता सभी पहले से व्यवस्थित होने चाहिए।
- पक्षपात से बचें- संदेश प्राप्त करने एवं भेजने वाले दोनों को पूर्वाग्रह से बचना चाहिए। उन्हें संदेश पर खुले और स्पष्ट तरीके से विचार करना चाहिए ।उन्हें खुद के ही विचार को सही नहीं समझना चाहिए।
- बॉडी लैंग्वेज – कम्युनिकेशन स्किल्स में बॉडी लैंग्वेज का बहुत महत्व होता है, बातचीत करते समय अपने बॉडी लैंग्वेज को सही रखना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को कन्विंस में बॉडी लैंग्वेज का बड़ा रोल है। अपनी बॉडी लैंग्वेज को सुधर करने के लिए रोज़ अभ्यास करे ,अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स के लिए।
- अच्छा श्रोता- आपको अच्छा वक्ता होने के साथ-साथ एकअच्छा श्रोता भी होना चाहिए अगर अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को अच्छा बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको लोगों की बात को ध्यान से सुनना पड़ेगा।
- आई कोन्टक्ट- अपने वार्तालाप को बेहतर बनाने के लिए ऑय कोन्टक्ट होना चाहिए , जिससे सामने वाला व्यक्ति आपकी बातों पर विश्वास कर सकें। अगर आप बात करते समय अपनी नज़रों को चुराते हैं तो कोई भी व्यक्ति आपकी बातों पर विश्वास नहीं करेगा।
- कॉंफिडेंट और सकारात्मक रहें- जब आप किसी के सामने अपनी बात रखते है तो उसे प्रेजेंट करने में विश्वास बनाकर रखे और अपनी बात कहे। इसके लिए पहले थोड़ा सोचे उसके बाद ही अपनी बात कहे। अगर आप कॉंफिडेंट दिखते है तो आप अपनी बात को सही साबित कर सकते हैं।
- पॉइंट टू पॉइंट बात करें- हम अपनी बातों को तभी समझा पाते है जब हम पॉइंट टू पॉइंट बात करते हैं। बहुत से लोग ऐसा करते है कि किसी बात को एक ही बार में एक साथ बोल देते है जिससे सामने वाले व्यक्ति को कुछ भी समझ में नहीं आता है। इसके लिए अपनी बातों को पॉइंट टू पॉइंट रखे जिससे सुनने वाले को आपकी सभी बाते अच्छे से समझ में आए।
- सही शब्दों का प्रयोग करें- जब आप किसी से बात करते है तो गलत शब्दों का प्रयोग न करें। सही शब्दों का चयन करे, कभी भी काम चलाऊ जैसे शब्दों का प्रयोग न करें। जब आप अच्छे और आकर्षित शब्दों का प्रयोग करते है तो लोग आपसे आकर्षित होते है। और आपकी बात ध्यान से सुनते है तथा आपको एक अच्छा व्यक्ति समझते हैं।
- बात पूरी करें- कभी भी अपनी बातों को अधूरा ना छोड़े बात को पूरा करे और सामने वाले की बात को भी पूरा होने दे। उनकी बातों को भी ना काटें, नहीं तो सामने वाले व्यक्ति को लगेगा की आपको उनकी बातों में रूचि नहीं है। एक टीम या समूह में, दूसरों को बिना किसी रुकावट के बोलने की अनुमति देना एक आवश्यक संचार कौशल के रूप में देखा जाता है।
कम्युनिकेशन स्किल्स का महत्व
Communication Skill in Hindi में कम्युनिकेशन स्किल्स का हमारी लाइफ में बहुत बड़ा योगदान है, इसका महत्व हर छेत्र में अलग अलग हो सकता है तो आइए देखते हैं-
प्रोफेशनल लाइफ में कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी (best communication skills in hindi) होना बहुत ज़रूरी है, यह हमारी मदद करती है। ऑफिस में खुद को लीडर की तरह पेश करना, अपनी बात दूसरों के आगे अचे तरीके से रखना जिससे प्रदर्शन में और सुधार आता है। अपने सहयोगियों के साथ अच्छे सबंध और उनका भरोसा जीतने में मदद करता है।
खराब कम्यूनिकेशन स्किल के कारण कई छात्र खुद से परेशान हैं और ठीक से लोगों से बात नहीं कर पाते। खराब कम्युनिकेशन स्किल्स की वजह से कही न कही एक होनहार छात्र पीछे रह जाता है, यह आपको उन चीज़ों पर शिक्षकों के साथ बात करने में मदद करेगा जो आपके लिए कठिन हैं, आपके साथी छात्रों के साथ संबंध सुधरने में आपकी मदद करेगा। अन्य छात्रों की तुलना में बहुत कम मानसिक तनाव होगा क्योंकि आप एक बेहतर संप्रेषक हैं।
संचार प्रक्रिया में बाधा एक प्रकार का अवरोध है, जो संदेश के प्रभाव को कमजोर कर देता है। परिणामत: संदेश को ग्रहण करने व उसके अर्थ को समझने में परेशानी होती है। इसमें विकृत फीडबैक मिलता है। संचार प्रक्रिया में कोई न कोई बाधा अवश्य आती है। यह बाधा निम्नलिखित हो सकती है-
- शारीरिक बाधा
- भाषाई बाधा
- सांस्कृतिक बाधा
- भावनात्मक बाधा
- अवधारणात्मक बाधा
शारीरिक बाधा : इसका तात्पर्य संचारक और रिसीवर में शारीरिक अक्षमता से है, जिसके कारण संदेश को सम्प्रेषित करने या ग्रहण करने या अर्थ को समझने में बाधा उत्पन्न होती है। (best communication skills in hindi) संचार प्रक्रिया में संदेश के प्रभाव को कमजोर करने वाली प्रमुख शारीरिक बाधाएं निम्नलिखित हैं-
- उच्चारण क्षमता का कमजोर होना
- श्रवण क्षमता का कमजोर होना
- दृश्य क्षमता का कमजोर होना
भाषाई बाधा : इसका तात्पर्य उन अवरोधों से है, जिनका सम्बन्ध भाषा से होता है। मरफ और पैक के अनुसार- शब्दकोष में रन शब्द के 110 अर्थ है। इनमें 71 क्रिया, 35 संज्ञा तथा 4 विश्लेषण के रूप में हैं। ऐसी स्थिति में संचारक जिस अर्थ में रन शब्द का प्रयोग किया होता है, उस अर्थ को रिसीवर समझ लेता है तो संचार प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न नहीं होता है। इसके विपरीत, यदि गलत अर्थ समझता है तो भाषाई बाधा उत्पन्न होता है। भाषाई बाधा निम्नलिखित हैं :-
- भाषा का अल्प ज्ञान होना
- दोषपूर्ण अनुवाद होना
- तकनीकी भाषा का ज्ञान न होना
यहाँ Communication Skill in Hindi में कम्युनिकेशन स्किल्स में सुधार करने के लिए विशेष सलाह दी जा रही है :
- धारा प्रवाह से बोलें।
- यह सुनिश्चित करें कि लोग आपकी बात साफ़ साफ़ सुन पा रहे हैं।
- अन्य लोगों की बात को न काटें। यह बुरा शिष्टाचार माना जाता है।
- आत्मविश्वास के साथ बोलें। दूसरे लोगों की सोच की चिंता न करें।
- बोलते समय व्याकरण का ध्यान रखें।
- आईने के सामने बोलने की प्रैक्टिस करें। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
Communication Skill in Hindi के अंतर्गत संचार कौशल के लिए बेस्ट किताबों की लिस्ट नीचे दी गई है-
बोलचाल की कौशल कला | रमेश सनवाल | |
मोड्स ऑफ़ ट्रांसपोर्ट: ए बुक ऑफ़ ट्रांसपोर्टेशन | शशंक तिवारी | |
व्यावसायिक संचार | डॉक्टर के .डी पाण्डेय | |
संचार के मूल सिद्धांत | ओमप्रकाश सिंह | |
संचार भाषा हिन्दी | सूर्यप्रकाश दीक्षित |
कम्युनिकेशन के 6 तरीके इस प्रकार हैं: बॉडी लैंग्वेज सही रखें, बातें ध्यान से सुनें, व्यक्ति को समझें, सही शब्दों का प्रयोग करें, रोज प्रैक्टिस करें, पॉइंट टू पॉइंट बात करें आदि।
कम्युनिकेशन को हिंदी में संचार या संप्रेषण कहते हैं। इसका उद्भव लैटिन भाषा में “Communis” शब्द से हुआ हैं। कम्युनिकेशन का अर्थ होता है सूचना का आदान-प्रदान करना।
संचार कौशल के प्रकार ऐसे हैं: मौखिक संचार, लिखित संचार और अमौखिक संचार।
उम्मीद है, ये ब्लॉग आपकी Communication Skills in Hindi को सुधारने में आपकी मदद करेगा। ऐसे ही फैक्ट आधारित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।
Team Leverage Edu
प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें
अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।
Contact no. *
10 comments
I am very impressed about communication skills
आपका आभार, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
Very nice information
आपका शुक्रिया, ऐसे ही हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
काफी जानकारियां एक ही जगह पर मिली और संतुष्टी भी हुई धन्यवाद
हमारे लेखन को सराहने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। इसी तरह के और आकर्षक ब्लॉग पढ़ने के लिए हमारी साइट पर बने रहें।
this is really helpful thanks for sharing this information
आपका धन्यवाद
Today was my presentation and I learnt many topics from there nd I got best marks😁😁
आपका बहुत बहुत आभार, ऐसे ही अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट में बनें रहें https://leverageedu.com/
Leaving already?
8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs
Grab this one-time opportunity to download this ebook
Connect With Us
45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..
Resend OTP in
Need help with?
Study abroad.
UK, Canada, US & More
IELTS, GRE, GMAT & More
Scholarship, Loans & Forex
Country Preference
New Zealand
Which English test are you planning to take?
Which academic test are you planning to take.
Not Sure yet
When are you planning to take the exam?
Already booked my exam slot
Within 2 Months
Want to learn about the test
Which Degree do you wish to pursue?
When do you want to start studying abroad.
September 2024
January 2025
What is your budget to study abroad?
How would you describe this article ?
Please rate this article
We would like to hear more.
Communication क्या है? संचार के तत्व, महत्व, प्रकार एवं उद्देश्य।
Communication यानिकी संचार की आवश्यकता हमें अपने व्यक्तिगत कामों के लिए तो पड़ती ही है। व्यवसायिक कार्यों को निपटाने के लिए और भी, अधिक प्रभावी संचार की आवश्यकता होती है।
संचार की यदि हम बात करें तो यह एक स्थान, व्यक्ति या समूह से सूचनाओं को दूसरे स्थान या व्यक्ति को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया है। प्रत्येक Communication यानिकी संचार में एक प्रेषक यानिकी सूचनाएं देने वाला या प्रेषित करने वाला, एक सन्देश और एक प्राप्तकर्ता यानिकी रिसीवर शामिल होता है।
हालांकि बहुत सारे लोगों को संचार आसान लग सकता है, लेकिन वास्तव में यह एक बहुत ही जटिल विषय है। जिसका मनुष्य के व्यक्तिगत और व्यवसायिक जीवन में बड़ा महत्व है। संचार प्रेषित करने वाले से लेकर रिसीव होने तक सन्देश का प्रसारण बहुत सी चीजों से प्रभावित हो सकता है। संचार को प्रभावित करने वाले कारकों में भावनाएं, सांस्कृतिक स्थिति, संचार के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले माध्यम, और स्थान शामिल हैं।
इसमें कठिनाई यह है की दुनिया के अधिकतर नियोक्ताओं द्वारा अच्छे संचार कौशल को बेहद महत्व दिया जाता है जबकि सटीक, प्रभावी और स्पष्ट संचार वास्तव में बेहद कठिन होता है। लेकिन यह व्यवसायिक गतिविधियों को सफलतापूर्वक करने के लिए बेहद जरुरी होता है। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से Communication यानिकी संचार के बारे में जानने का प्रयत्न कर रहे हैं।
संचार क्या है (What is Communication in Hindi)
जब हम बोलकर, लिखकर या किसी अन्य माध्यम का इस्तेमाल करके किसी दुसरे व्यक्ति को जानकारी या सूचनाओं का प्रदान करते हैं, तो इसे Communication या संचार कहा जाता है। इस प्रक्रिया में विचारों और भावनाओं का सफल साझाकरण होता है। स्पष्ट और आसान शब्दों में कहें तो जानकारी, सन्देश, सूचना इत्यादि आदान प्रदान करने की प्रक्रिया ही संचार कहलाती है। इस परिभाषा से स्पष्ट हो जाता है की, केवल सूचनाओं के प्रसारण को ही संचार नहीं कहा जाता है। बल्कि सन्देश, जानकारी, विचार और भावनाओं का साझाकरण भी संचार ही कहलाता है।
संचार के प्रमुख तत्व (Main Elements of Communication in Hindi):
संचार लगातार चलने वाली यानिकी सतत प्रक्रिया है। इसमें प्रमुख रूप से तीन तत्व संचार प्रेषित करने वाला यानिकी प्रेषक, सन्देश और सन्देश प्राप्त करने वाला रिसीवर होते हैं। संचार प्रक्रिया में और भी तत्व शामिल होते हैं, इनके बारे में संक्षेप में हम नीचे बता रहे हैं।
- संचारक या प्रेषक ( Sender): Communication Process में प्रेषक या संचारक सन्देश भेजता है यही से संचार की प्रक्रिया शुरू होती है। यह संचार लिखकर, बोलकर, इशारों से या कुछ अन्य के माध्यम से भी हो सकता है।
- विचार ( Ideas): इस प्रक्रिया में विचार से आशय संचार के विषय से है जो एक राय, दृष्टिकोण, भावनाएं, विचार, आदेश या सुझाव कुछ भी हो सकता है।
- संकेतीकरण ( Encoding): संचारक या प्रेषक द्वारा सन्देश को सांकेतिक रूप से शब्दों, चित्रों, इशारों इत्यादि में कूटबद्ध किया जा सकता है ।
- संचार का माध्यम ( Communication Channel): संचारक द्वारा संचार के माध्यम का इस्तेमाल संचार के लिए किया जाता है इसमें टेलीफोन, इन्टरनेट, पोस्ट, कूरियर, फैक्स, ईमेल इत्यादि शामिल हैं ।
- प्राप्तकर्ता ( Receiver): यह वह व्यक्ति होता है जो सन्देश प्राप्त करता है या जिसके लिए संचारक ने सन्देश भेजा है। रिसीवर को जब सन्देश प्राप्त हो जाता है तो वह उसे उचित परिप्रेक्ष्य में समझकर सन्देश के अनुसार कार्य करता है। तभी संचार का उद्देश्य सफल माना जाता है।
- डिकोडिंग ( Decoding) : प्राप्तकर्ता उस सन्देश को समझने के लिए उसे अपनी समझ के अनुसार रूपांतरित करता है ताकि वह उसे अच्छी तरह से समझ कर उसका अर्थ निकाल सके।
- फीडबैक : एक बार जब रिसीवर ने प्रेषक को इस बात की पुष्टि दे दी की उसे उसका सन्देश मिल गया है और उसे वह समझ में आ गया है तो इस प्रकार से Communication Process पूर्ण हो जाता है।
संचार का महत्व (Importance of Communication in Hindi):
संचार के कुछ प्रमुख महत्व इस प्रकार से हैं।
- संचार समन्वय का आधार होता है, इसके माध्यम से मेनेजर कर्मचारियों को संगठनात्मक लक्ष्यों, उनकी उपलब्धियों के तरीकों और पारस्परिक संबंधों के बारे में बता पाने में सक्षम होता है। यह विभिन्न कर्मचारियों के बीच और विभागों के बीच समन्वय स्थापित करता है। यही कारण है की Communication किसी भी संगठन में एक समन्वय आधार के तौर पर कार्य करता है।
- किसी संगठन का प्रबंधक उसके भौतिक तत्वों और मानव को सुचारू रूप और कुशलता से चलाने के लिए कोर्डिनेशन करता है। यह कोर्डिनेशन उचित संचार के बिना संभव नहीं होता है।
- उचित संचार के माध्यम से मैनेजर निर्णय लेने में सक्षम हो पाते हैं, यदि प्रबंधक के पास संचार का अभाव या जानकारी का अभाव रहेगा, तो वह उचित निर्णय नहीं ले पायेगा। इस प्रकार से देखें तो Communication उचित एवं सही निर्णय लेने के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
- संगठन का मैनेजर संगठन के लक्ष्य निर्धारित करता है, और अपने अधीनस्थो को उन लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए निर्देश जारी करता है और काम का आवंटन करता है। इन सभी पहलुओं में संचार प्रमुख रूप से शामिल होता है। इस प्रकार से देखें तो प्रबंधकों और सम्पूर्ण संगठन के त्वरित और प्रभावी प्रदर्शन के लिए संचार बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।
- दो तरफ़ा संचार प्रक्रिया जो श्रमिकों और प्रबंधकों के बीच होती है, वह श्रमिकों और प्रबंधकों के बीच सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देती है। इससे व्यवसायिक संगठन में शांति और कुशल संचालन बना रहता है।
- अच्छा संचार औदयोगिक इकाई में कार्यरत श्रमिकों को काम के भौतिक और सामाजिक पहलू को समायोजित करने में मदद करता है। मानवीय संबंधों को बेहतर बनाने में भी सहायक होता है। संचार की कुशल प्रणाली के माध्यम से अधीनस्थों को प्रेरित, प्रभावित और संतुष्ट किया जा सकता है।
संचार के प्रकार (Types of Communication in Hindi):
मौखिक संचार ( verbal communication):.
मौखिक संचार तब होता है जब हम किसी के साथ बोलकर अपनी बात कहते हैं वर्तमान में मौखिक संचार के अनेकों माध्यम जैसे टेलीफोन, स्काइप, ज़ूम, आमने सामने किसी से बात करना इत्यादि शामिल हैं। आम तौर पर मौखिक संचार आमने सामने व्यक्तियों के बीच अधिक होता है इसके अलावा फ़ोन और इन्टरनेट के अनेकों माध्यमों के जरिये भी मौखिक संचार होता है।
अनकहा संचार ( Non Verbal Communication):
कभी कभी स्थिति ऐसी होती है की हमें बोलने की नहीं बल्कि अमौखिक रूप से भी अपनी बात को रखना पड़ता है। अनकहे संचार की श्रेणी में चेहरे के भाव, आसन, आँखों का संपर्क, हाथों की चहलकदमी, हाथों कला स्पर्श इत्यादि शामिल हैं। माना की यदि आप किसी से बातचीत कर रहे हैं और उस बातचीत के दौरान रिसीवर को उबकाई आ रही है, आँखों में थकान सी दिख रही है फिर भले ही वह मौखिक रूप से आपसे कुछ और कह रहा हो लेकिन अशाब्दिक शब्दों का मतलब स्पष्ट है की वह आपकी बातों से उब रहा है।
लिखित संचार ( Written Communication):
व्यवसायिक संगठनों में कुछ भी कार्य करने के लिए लिखित संचार का होना अनिवार्य माना गया है इसलिए इस प्रकार के Communication में अनेकों जटिलताएँ होने के बावजूद यह बेहद ही महत्वपूर्ण है।वर्तमान में पोस्ट ऑफिस कूरियर के माध्यम से लिखित दस्तावेज भेजना, ईमेल, मेमो, रिपोर्ट, फेसबुक पोस्ट, ट्वीट, एग्रीमेंट इत्यादि सभी लिखित संचार के ही उदाहरण हैं।
सुनना ( LISTENING ) :
हालांकि देखा जाय तो सुनने का कार्य संचार के प्रकारों में अपना स्थान नहीं बनाता है। लेकिन वास्तविकता यह है की सुनना भी संचार के सबसे महत्वपूर्ण प्रकारों में से एक है क्योंकि यदि रिसीवर प्रेषक की बात सुनेगा नहीं, तो वह प्रभावी रूप से उस कार्य को करेगा कैसे? इसलिए बातचीत को सफल बनाने में सुनना बेहद महत्वपूर्ण होता है।
दृश्य संचार ( Visual Communication):
दृश्य संचार से आशय टेलीविजन के माध्यम से हो रहे संचार, यूट्यूब, फेसबुक, इन्स्टाग्राम इत्यादि मंचों के माध्यम से हो रहे संचार से लगाया जा सकता है । संचार का यह प्रकार वर्तमान जीवनशैली में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सोशल मीडिया, टेलीविजन इत्यादि के माध्यम से लोग न सिर्फ अपने विचार या मनोरंजन करते हैं बल्कि उद्यमी अपने व्यवसाय का विज्ञापन भी करते हैं ।
संचार का उद्देश्य ( Purpose of Communication in Hindi):
एक संगठन में काम करवाने की जिम्मेदारी प्रबंधकों की होती है उन्हें काम को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए समय समय पर अपने अधीनस्थों को काम इत्यादि के लिए सूचित करना पड़ता है और उन्हें बताना पड़ता है की वे सौपें गए काम को बेहतर ढंग से कैसे कर सकते हैं? इसलिए किसी भी संगठन में Communication बेहद जरुरी होता है। संचार के उद्देश्यों की लिस्ट इस प्रकार से है।
जानकारी का प्रवाह –
प्रासंगिक जानकारी ऊपर से नीचे की ओर या नीचे से ऊपर की ओर लगातार प्रवाहित होनी चाहिए। संगठन में संगठनात्मक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी स्तरों पर कर्मचारियों को उनके काम के बारे में सूचित किया जाना आवश्यक होता है। जानकारी या सूचना को उस भाषा में पहुँचाना चाहिए जिस भाषा में कर्मचारी समझ सकें कोई गलत सूचना न पहुंचे इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए। सही व्यक्ति के माध्यम से सही जानकारी सहोई वक्त पर सही व्यक्त तक पहुंचनी आवश्यक है।
समन्वय ( Coordination ):
संचार के माध्यम से संगठनात्मक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए संगठन में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के बीच समन्वय स्थापित किया जा सकता है। इसलिए संचार का उद्देश्य सभी कर्मियों एवं विभागों के बीच समन्वय स्थापित करके व्यवसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने का भी होता है।
प्रबंधन कौशल सीखना –
Communication का अगला उद्देश्य कर्मचारियों को अनुभवी लोगों के माध्यम से सीखाकर प्रबंधकीय कौशल सिखाना भी है। क्योंकि संचार सूचना, विचारों, विश्वासों, धारणा, सलाह, राय, आदेश और निर्देश इत्यादि के प्रवाह की सुविधा प्रदान करता है।
लोगों को परिवर्तन स्वीकार के लिए तैयार करना –
किसी भी संगठन के लिए प्रभावी संचार एक बेहद महत्वपूर्ण उपकरण है क्योंकि संगठन इसे संगठनात्मक नीतियों, प्रक्रियाओं और कार्य शैली में समग्र परिवर्तन लाने, कर्मचारियों को सकारात्मक रूप से इन परिवर्तनों को स्वीकार करने और प्रतिक्रिया करने के लिए इस्तेमाल में ला सकता है।
अच्छे मानवीय सम्बन्ध विकसित करना –
किसी भी समस्या का समाधान या मनभेद, मतभेद इत्यादि को दूर करने के लिए संवाद बेहद आवश्यक है । इसलिए प्रबंधकों और श्रमिकों में व्यक्तिगत संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए भी Communication बेहद आवश्यक होता है क्योंकि जब जानकारी का आदान प्रदान होता है तभी हम एक दुसरे को अच्छी तरह समझ पाते हैं और इससे अच्छे मानवीय सम्बन्ध विकसित करने में मदद मिलती है।
अधीनस्थों के विचार जानने का उद्देश्य –
किसी व्यवसायिक संगठन में संचार का प्रमुख उद्देश्य अधीनस्थों के विचारों को जानना और उन्हें प्रोत्साहित करना भी हो सकता है। जब अधीनस्थों के विचारों का सम्मान होगा तो यह बात उन्हें और अधिक मेहनत करने को प्रेरित करेगी। इसके अलावा Communication के माध्यम से वे अपने सीनियर से बिना किसी हिचकीचाहट के जानकारी, सूचनाएँ इत्यादि साझा कर पायेंगे।
आम भाषा में आपके द्वारा किसी अन्य व्यक्ति से की गई बातचीत के तरीके को ही कम्युनिकेशन स्किल कहा जाता है। वर्तमान में बातचीत के अलावा भी संचार के कई अन्य माध्यम उपलब्ध हैं।
हालांकि एक लाइन में इसका उत्तर देना कठिन है, लेकिन पॉइंट टू पॉइंट बात करना, दुसरे की बात सुनना, सही शब्दों का इस्तेमाल करना, आत्म विश्वास से ओत प्रोत रहकर, और नियमित तौर पर अभ्यास करके Communication Skill बढ़ाया जा सकता है।
यह भी पढ़ें
- ब्रांडिंग क्या है? इसे तत्व, महत्व एवं प्रकार.
- अपने प्रोडक्ट या सेवा की मार्केटिंग कैसे करें.
- विज्ञापन क्या है? इसके लाभ प्रकार और तकनीक.
- अन्वेषण करें हमारे बारे में समुदाय विविध लेख श्रेणियाँ
- श्रेणियाँ (categories) खोजें
- विकिहाउ के बारे में
- लॉग इन/ खाता बनाएं
- शिक्षा और संचार
कैसे कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication Skills) सुधारें
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Gale McCreary . गेल मेकेरी SpeechStory के फाउंडर हैं, जो एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइज़ेशन है, जो युवाओं में कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। इसके पहले वह टॉस्टमास्टर्स इंटरनेशनल चैप्टर की सिलिकॉन वैली CEO और प्रेजिडेंट थीं। यह आर्टिकल १,१३,६०३ बार देखा गया है।
रिश्तों को बनाये रखना हो या फिर एजुकेशन और वर्क की बात हो सबमें इफेक्टिव कम्युनिकेशन या सही तरह से संपर्क करना बहुत ज़रूरी है। अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स का विकास करने के लिए यहाँ पर कुछ स्टेप्स व सलाह दी गई हैं।
कम्युनिकेशन स्किल्स की बेसिक्स को समझना
अपने श्रोताओं की दिलचस्पी बनाये रखना
- ऐसा करने के लिए सुनने वाले की एक आँख में देखें फिर दूसरी में। इस प्रकार आँखों को आगे पीछे देखने से आपकी आँखें चमकती हुई नज़र आयेंगी। नहीं तो सुनने वाले के फेस पर एक लेटर "T " की कल्पना करें। जिसमें ऊपर की लाइन आइब्रोस का हिस्सा हो और वर्टीकल लाइन नाक पर हो। अपनी आँखों से उस "T " ज़ोन को स्कैन करते रहें।
- हंच करे हुए कंधे व क्रॉस्ड आर्म्स बातचीत में अरुचि दिखाते हैं। लगता है कि उसकी कम्यूनिकेट करने की इच्छा नहीं है। कई बार बात शुरू होने से पहले ही रुक जाती है क्योंकि बॉडी लैंग्वेज दिखाती है कि आप बात नहीं करना चाहते हैं।
- सही पोस्चर व खड़े होने के तरीके से मुश्किल बातचीत भी स्मूथली फ्लो कर सकती है।
अपने शब्दों को इस्तेमाल करना
- धारा प्रवाह (fluently) बोलने की कोशिश करें। यह पक्का कर लें कि लोगों को आपकी बात सुनाई दे रही है।
- एक अच्छा बोलने वाला एक अच्छा सुनने वाला होता है।
- दूसरे व्यक्ति के बीच में या ऊपर से न बोलें -- यह बातचीत के फ्लो को तोड़ देता है। ठीक समय पर बोलना महत्त्वपूर्ण है।
- अपनी बातचीत की सेटिंग के हिसाब से वॉल्यूम इस्तेमाल करें।
- अपने श्रोता से फीडबैक लेकर सुनिश्चित करें कि आपकी बात ठीक से समझ में आगयी है।
- आत्मविश्वास के साथ बोलें, दूसरे लोग क्या सोंचेंगे इसके कोई माने नहीं हैं।
- यह निश्चित कर लें कि आप ठीक व्याकरण इस्तेमाल कर रहे हैं।
- श्रोताओं के सामने अपनी बहुत ज़्यादा प्रशंसा न करें।
- ये न सोंचे कि आप हमेशा सही बोलते हैं।
- अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स के लिए सबसे पहले आत्मविश्वास बढ़ायें और लोगों के सामने हकलायें नहीं। ज़्यादा लोगों से मुलाकात करें। इससे आपको आईडिया लगेगा कि भिन्न प्रकार के लोगों के साथ कैसे बात करनी चाहिए।
- अभ्यास करने से कम्युनिकेशन बेहतर होगा।
- बॉडी लैंग्वेज सुधारने के लिए, आप जो कहने जा रहे हैं उसका अभ्यास एक आइने के सामने खड़े होकर करें।
संबंधित लेखों
- http://www.tips-to-organize-life.com/organize-your-speech.html
- http://www.towerofpower.com.au/blog
विकीहाउ के बारे में
- प्रिंट करें
यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?
सम्बंधित लेख.
- हमें कॉन्टैक्ट करें
- यूज़ करने की शर्तें (अंग्रेजी में)
- Do Not Sell or Share My Info
- Not Selling Info
हमें फॉलो करें
A Training Module on Building Interpersonal Communication Skills (Hindi)
This training module and facilitators' guide - developed in collaboration with UNICEF - a sueful tool for any stakehodler in building the interpersonal communication skills of those who frequently engage with families. The purpose is to equip communicators with the skills they need to influence changes in care practices and behaviours. The module introduces participants to a variety of theoretical concepts and engages them in practical exercises to promote behaviour change. Support materials to promote changes in behaviours are identified and suggtestions given on how they can be used.
Related Assets
SAMAJIK EVAM VYAVAHAR PARIVARTAN SANCHAR (SBCC) PRASHIKSHAN Module 1: FACILITATOR KE LIYE MARGDARSHIKA
620 downloads
TARANG SOCIAL AND BEHAVIOUR CHANGE COMMUNICATION (SBCC) TRAINING Module 1: FACILITATOR'S GUIDE
1420 downloads
‘Aao Baat Karein’ – training module on mental health awareness
59 downloads
42 downloads
SMC Training Module titled “Saajhedaari”
Audio Software
Request Document
Post feedback.
IGNOUHelp.in
A Leading Portal for IGNOU Students
IGNOU MAJMC Study Material
IGNOU MAJMC Study Materials/Books – If you come to this page to download each collection of MAJMC Study Material so you come to the right place. Here you will get everything for which you have come here. We have downloaded all available Study Materials of MAJMC to our System and it is ready and available for all MAJMC Students.
We provide all study materials to IGNOU MAJMC students free of cost and it can download easily and without registration need.
List of Available MAJMC Study Materials:
| ||
MJM-20 | Introduction to Journalism and Mass Communication | |
MJM-21 | Reporting Techniques | |
MJM-22 | Writing and Editing for Print Media | |
MJM-23 | Broadcast and Online Journalism | |
MJM-24 | Media and Society | |
MJM-25 | Media Ethics and Laws | |
MJML-20 | Practical: Print and Online | |
MJML-21 | Practical: Audiovisual | |
| ||
MJM-26 | Print Media | |
MJM-27 | Electronic Media | |
MJM-28 | Digital Media | |
MJM-29 | Advertising and Public Relations | |
MJM-30 | Communication and Media Studies | |
MJM-31 | Communication Research Methods | |
MJML-22 | Practical (Research Methodology) | |
MJMP-20 | Major Project Work |
Is it required to Download MAJMC Materials?
To attend IGNOU MAJMC TEE Examination, it is necessary to first submit your Assignments to IGNOU and it is possible from IGNOU Study Material. You can solve your MAJMC Assignments using Books/Materials. Not only Assignments, but you can use them for preparation for the Examination and you can get good marks in your Annual Exams with a good grade.
9 thoughts on “IGNOU MAJMC Study Material”
pls provide in hindi books of MAJMC
Please provide books in hindi
The MA-JMC (II) course content is really good. But the university support system is pathetic. Students suffer badly because of the mismanagement. The university has launched too many programs, and is finding it hard to manage. Anyway, thanks to this portal. Otherwise, nothing was available. The print material (for July 2022 session) is still out of sight, while the exams are drawing near.
sir ye download kiye hue study material open hi nhi ho rhe koi bhi esa kyu
please provide this material in hindi.
please provide these books in hindi as well🙏🙏🙏🙏
hindi pdf mila kya aapko mein v dhundh rah mujhe nhi mil raha hai. aapko mile to send me
I am not able to download MJM 27 study material. Exams are ahead. Please guide.
Sunil Kumar Gund E.No. 2005812762
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
संचार का महत्त्व पर निबंध (Importance of Communication Essay in Hindi)
किसी माध्यम जैसे बोलने, लिखने, इशारों, आदि की मदद से सूचना के आदान प्रदान की प्रक्रिया को संचार कहते हैं। इसने हमे इतना ज्यादा विकसित कर दिया है कि आज हम दुनियाभर में किसी भी व्यक्ति के साथ अपने ज्ञान और विचार को साझा कर सकते हैं।
संचार के महत्व पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Importance of Communication in Hindi, Sanchar ke Mahatva par Nibandh Hindi mein)
निबंध 1 (250 शब्द) – संचार का महत्व.
हम सभी एक माध्यम के जरिये अपने दैनिक जीवन के अनुभव को साझा करते हैं; यह हमारी अभिव्यक्ति, हमारे हावभाव, हमारे बोलने के तरीके आदि के बारे में बताता है। ये सभी संचार के विभिन्न तरीके हैं। मैं बस अपने विचारों को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक साझा करने के लिए एक माध्यम के रूप में संचार कर सकता हूं।
इस दुनिया में विभिन्न प्रकार के लोग हैं और उनमें से कुछ लेखन में अच्छे हैं जबकि कई बोलने में अच्छे हैं। जो लोग अपने विचारों को मौखिक रूप से व्यक्त करना चाहते हैं, वे अच्छी तरह से बोल सकते हैं; जबकि जो लोग लिखने में अच्छे होते हैं वे अपने विचारों को लिखित रूप में साझा करना पसंद करते हैं। आम तौर पर लोग अपने दैनिक जीवन से जुड़ी बात करना ज्यादा पसंद करते हैं।
संचार क्यों महत्वपूर्ण है ?
हम किसी भी मदद के बिना अकेले नहीं रह सकते हैं, जीवन में कहीं न कहीं हमें कुछ चीजों की आवश्यकता होती है और उसे व्यक्त करने के लिए हमें एक माध्यम की आवश्यकता होती है और यह संचार का एक तरीका है। संचार दूसरों को हमारे विचारों को बताने की एक प्रक्रिया है। मान लीजिए अगर केवल बोलना ही संवाद करने का माध्यम होगा तो गूंगा व्यक्ति कैसे संवाद करेगा। इसका अर्थ है इसमें बोलना, पढ़ना, लिखना, आदि सब शामिल हैं।
कोई भी माध्यम जैसे लिखित सन्देश, ऑडियो, वीडियो, आदि संचार के विभिन्न माध्यम हैं। ये सभी महत्वपूर्ण हैं और विभिन्न तरीकों से हमारी मदद करते हैं। यह कई मायनों में उपयोगी है, हम ज्ञान प्राप्त करते हैं, हम मनोरंजित होते हैं, हमारी शिक्षा, आदि ये सभी केवल संचार के कारण ही संभव हैं।
मैं यह कह सकता हूं कि संचार के बिना हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। यह विभिन्न तरीकों से मददगार है और दिन-प्रतिदिन के नए-नए आविष्कारों ने जैसे इंटरनेट, मोबाइल फोन, आदि ने इसे और भी अधिक सुविधाजनक बना दिया है। आज हम दुनिया के किस कोने में क्या चल रहा है उसके बारे में सिर्फ एक क्लिक पर जान सकते हैं।
निबंध 2 (400 शब्द) – संचार: आत्म-अभिव्यक्ति का एक तरीका
खुद को व्यक्त करना एक कला है और हम में से कुछ अपनी मौखिक शक्ति का उपयोग करना पसंद करते हैं जबकि कुछ लोग खुद को लिखित या अन्य रूप से व्यक्त करना पसंद करते हैं। एक छोटा बच्चा नहीं जनता है कि उसे भोजन या अन्य जरूरतों के लिए कैसे बोलना है, वह बस रोता है लेकिन उसके माता-पिता हमेशा उसकी जरूरतों को समझते हैं और उसे पूरा करते हैं। एक बच्चे के लिए यह कैसे संभव था जब वह कोई भी भाषा नहीं जानता हो? असल में, संचार खुद को व्यक्त करने का एक तरीका है।
हम कैसे संवाद कर सकते हैं
यहाँ पर संचार के विभिन्न माध्यम हैं और उनमे सबसे महत्वपूर्ण हैं मौखिक, बोलकर। हममें से ज्यादातर लोग अपनी जरूरतों को बात करके या कहकर पूरा करते हैं। जिस माध्यम से आपके विचारों को आसानी से समझा जा सकता है, वह आपके संचार का सबसे अच्छा माध्यम है। यहाँ पर नीचे मैंने संचार के विभिन्न तरीकों पर चर्चा की है;
- हमारा इशारा : हमारा इशारा हमारे बारे में काफी कुछ कहता है और हमें यह समझाने की ज़रूरत नहीं है कि हमें किसी निश्चित चीज़ की ज़रूरत है या नहीं। इसलिए, इशारे भी खुद को व्यक्त करने के सामान्य तरीकों में से एक है।
- चेहरे का भाव : क्या आपने कभी अपने चेहरे के भाव पर गौर किया है जब आप नींबू का स्वाद ले रहे होते है हाँ? तो, असल में, आपको कुछ कहने की आवश्यकता नहीं होती; आपकी अभिव्यक्ति आपके बारे में बहुत कुछ कहती है। हमारी अभिव्यक्ति आसानी से बता सकती है कि हम क्या सोच रहे हैं और यह संचार का एक और सबसे अच्छा तरीका है।
- प्रतीकों का उपयोग करना : हम सभी अलग-अलग तरह के चैटिंग ऐप का इस्तेमाल करते हैं जहां हम दूसरों को टेक्स्ट करते हैं, हम कुछ खास संकेतों और इमोजी का उपयोग करते हैं जो सामने वाले को बताता है कि हम क्या कहना चाहते हैं। इन दिनों यह काफी लोकप्रिय है और हम सभी इसका उपयोग करते हैं।
- सांकेतिक भाषा : इश्वर ने हम सभी को बोलने और सुनने की क्षमता नहीं दी है। कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो बोल नहीं सकते हैं, उनके लिए एक विशेष भाषा है जिसे साइन लैंग्वेज यानी कि सांकेतिक भाषा कहा जाता है। यह एक अलग भाषा है जिसमें लोग विभिन्न संकेतों की मदद से बोलते हैं।
- वीडियो : हम अलग-अलग फिल्में, टीवी शो आदि देखते हैं और अपना मनोरंजन करते हैं और यह संचार का एक अन्य माध्यम है। एक वीडियो निर्माता अपने विचारों या संदेश को अपने वीडियो के माध्यम से वितरित करता है और हम उसे समझते हैं।
- संगीत : संगीत कुछ ऐसी चीज है जो हमारे दिल की भाषा होती है; कभी-कभी हमें लगता है कि जैसे ये वाला गीत हमारे लिए ही लिखा गया है क्योंकि हम इसे समझते हैं और वास्तव में इसका आनंद लेते हैं। यह संचार का इतना शक्तिशाली माध्यम है कि कभी-कभी हम उदास महसूस करते हैं और गीत के माध्यम से खुश भी होते हैं।
- लेखन : हम में से कई लोग लेखन में बहुत अच्छे होते हैं और आपने कई कवियों को पढ़ा होगा, वे इतनी बारीकी से लिखते हैं कि यह हमारे दिल को छू जाता है। कभी-कभी जब हम एक उपन्यास पढ़ते हैं तो हमें लगता है कि लेखक हमसे बात कर रहा है, चीजें बहुत ही जीवंत सी लगती हैं। यह एक कला है और संचार का दूसरा तरीका भी है।
दुनिया को एक दूसरे से जानने में संचार मदद करता है। संचार के विभिन्न माध्यम हैं और यह हम पर निर्भर करता है कि हम कौन सा माध्यम चुनते हैं। कुल मिला जुला कर मैं कह सकता हूं कि हमें कम से कम एक संचार के तरीकों पर विशेषज्ञ होना चाहिए क्योंकि इससे हमें व्यक्तिगत विकास में कई तरह से मदद मिलेगी।
निबंध 3 (600 शब्द) – संचार क्या है, इसके प्रकार और महत्व
हम सभी को अपने विचारों के साथ-साथ अपनी आवश्यकताओं को व्यक्त करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है और इस माध्यम को संचार की संज्ञा दी गई है। हम बात करते हैं, तस्वीरें लेते हैं, हमारे विचार साझा करते हैं और ये सभी चीजें संचार के विभिन्न तरीके हैं। वास्तव में संचार एक बहुत महत्वपूर्ण माध्यम है।
संचार क्या है ?
संचार लैटिन भाषा के एक शब्द से लिया गया है और इसका वास्तविक अर्थ था ‘साझा करना’। एक प्रक्रिया जिसके माध्यम से हम अपने विचारों, योजनाओं, आदि को साझा करते हैं, उसे संचार कहा जाता है। संचार के कुछ बुनियादी युक्तियाँ हैं जैसे सुनना, लिखना और बोलना है। ये सभी एक साथ संचार शब्द को सही ठहराते हैं।
संचार के विभिन्न माध्यम
संचार के विभिन्न माध्यम हैं लेकिन उनमें से कुछ मुख्य हैं जैसे मौखिक, गैर-मौखिक।
- मौखिक संचार : जहां आप मौखिक रूप से बातचीत करते हैं, आपको संवाद करने के लिए एक भाषा की आवश्यकता है। यह मौखिक रूप से या लिखित तरीके से किया जा सकता है जैसे व्यक्तिगत बातचीत के माध्यम से, लोगों के एक समूह को संबोधित करना, संदेश भेजना, आदि।
- गैर-मौखिक संचार : एक संचार जहां आपको किसी शब्द को बोलने या उच्चारण करने की आवश्यकता नहीं होती है, इसके कुछ उदाहरण हैं: अभिव्यक्ति के माध्यम से संवाद करना, आँखों के सरल संपर्क द्वारा, शारीरिक भाषा, स्पर्श, हावभाव, आदि कुछ गैर-मौखिक संचार के सबसे सामान्य माध्यम हैं।
संचार का महत्व
जिस तरह से हमें जीने के लिए वस्तुओं की आवश्यकता होती है उसी तरह से संचार भी जीवन का एक अभिन्न अंग है। हम बिना किसी से बात किये जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं या दूसरे शब्दों में, हम उस जीवन की अपेक्षा नहीं कर सकते हैं जिसमें हम चीजों को साझा ही नहीं कर सकते हैं।
- ज्ञान का स्थानांतरण : जब भी कोई व्यक्ति किसी नई चीज का आविष्कार करता है, तो यह हमें नई चीजों को सीखने में मदद करता है, वे दूसरों को सूचित करते हैं और इस तरह से दुनिया नई चीज से परिचित हो जाती है। यह कैसे संभव हुआ? संचार के माध्यम से, उन्होंने सभी को सूचित किया और हमने भी नई चीज़ के बारे में सीखा। इतना ही नहीं, बल्कि छात्र स्कूल भी जाते हैं, जहाँ शिक्षक उन्हें समझाते हैं और उन्हें संचार की मदद से ज्ञान देते हैं। इसलिए, मैं कह सकता हूं कि संचार हमें ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है।
- हमें समन्वय करने में मदद करता है : बिना संवाद किए दूसरों के साथ काम करना संभव नहीं है। यह हमें समन्वय करने में मदद करता है; अन्यथा, एक ही टीम के सदस्य अलग-अलग तरीकों से कार्य करेंगे। संचार के लिए समन्वय बहुत महत्वपूर्ण है। एक टीम को एक गिल्ड लाइन की आवश्यकता होती है और यह समन्वय के माध्यम से ही संभव है।
- हमारे रिश्ते को बढ़ावा देता है : संचार अपने प्रियजनों के साथ अपने बंधन को मजबूत करने का सबसे अच्छा तरीका होता है, या तो यह आपकी माँ, शिक्षक, प्रिय, या कोई भी हो। बात करने का एक प्रभावी तरीका वास्तव में हमारे बंधन को मजबूत बना सकता है और वे संबंध लंबे समय तक जीवित रहते हैं।
- आत्मविश्वास विकसित करता है : अच्छे संचार कौशल वाला व्यक्ति आत्मविश्वासी होता है, यह लोगों के सामने अपने विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त करने में मदद करता है। पढ़ने से ज्ञान बढ़ता है और हमारे बोलने के कौशल पर भी असर पड़ता है। आमतौर पर, नेताओं में बोलने की क्षमता बहुत अच्छी होती है और इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
- मनोरंजन करता है : जब आप ऊब जाते हैं तो आप आमतौर पर क्या करते हैं? आप टीवी देखना या संगीत सुनना पसंद करते हैं। कभी-कभी हम फिल्म देखने भी जाते हैं। ये सभी मनोरंजन के विभिन्न रूप हैं। इससे पता चलता है कि मनोरंजन के लिए संचार भी आवश्यक है। इसके अलावा आजकल हम कॉमेडी शो देखना ज्यादा पसंद करते हैं और वे अच्छे संचार कौशल वाले लोगों का सबसे बेहतर उदाहरण माना जाता हैं।
हम सभी संवाद करते हैं और हम इस प्रक्रिया का आनंद लेते हैं, या तो हमें अपने किसी प्रिय से बात करनी है या फिर पढ़ना है। हम इस माध्यम से बहुत कुछ सीखते हैं और यह हमारा मनोरंजन भी करता है। यह बहुत सारे अर्थों वाला एक शब्द है। जो लोग बोल कर बात नहीं कर सकते हैं वे अपनी चेहरे की अभिव्यक्ति या लिखित तरीके से भी बात कर सकते हैं।
संबंधित पोस्ट
मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)
धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)
समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)
शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)
बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)
Leave a comment.
Your email address will not be published. Required fields are marked *
- For any Query Call us: +91-9068801271
- Specimen Request
- Login / Register
- Our Authors
- Search for:
व्यावसायिक संचार (Business Communication)
₹ 195.00 Original price was: ₹195.00. ₹ 165.75 Current price is: ₹165.75.
- For B.Com Semester I of Lucknow University
Description
प्रस्तुत व्यावसायिक संचार Business Communication पुस्तक लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के बी. कॉम सेमेस्टर-I के नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है।
- व्यावसायिक संचार विषय का तीव्र गति से विकास हो रहा है और इस विषय में नवीन प्रवृत्तियां प्रवेश कर रही हैं जिनका सामान्य परिचय वाणिज्य के विद्यार्थियों को भी प्राप्त होना चाहिए। इस बात को दृष्टि में रखते हुए सभी अध्यायों में नवीन प्रवृत्तियों की यथास्थान स्पष्टता और आवश्यक विस्तार के साथ विवेचना की गई है। कुछ विषयों की विवेचना में विशेषकर व्यावसायिक सम्प्रेषण पर रेखाचित्र तथा नवीन सामग्री को सम्मिलित करके विषय को रोचक बानाने का प्रयास किया गया हैं।
- विद्यार्थी वर्ग की आवश्यकता को दृष्टि में रखते हुए विषय के स्तर को बनाए रखने के साथ-साथ समस्त विषय-सामग्री को एक ही स्थान पर संग्रहीत करने का प्रयास किया गया है। पुस्तक में विषय से सम्बन्धित सभी तथ्यों और विचारों को सरल भाषा में रोचक रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
व्यावसायिक संचार Business Communication Syllabus For B.Com Semester I of Lucknow University
Unit I: Introduction to Business Communication, Characteristics of Effective Organisational Communication, Basic Forms of Communication, Process of Communication, Principles of Effective Business Communication, 7 C’s.
Unit II: Barriers to Communication, Facilitators to Communication, Effective Listening, Perception & Reality, Role of Opinion, Attitudes & Beliefs, Mal-functions of communication, Business Communication Etiquettes.
Unit III: Forms of Business Communication, Written Communication, Oral Communication, Non-verbal Communication, Technology of Business Communication, Peculiarities of Communication in Indian Organisations.
Unit IV: Conduct of Meeting – Agenda, Notice, Notes, Minutes, Office Memorandum, Office Orders, Press Release, Business Letter Writing – Need, functions & Kinds, Layout of letter writing, Types of letter writing, Report writing – Problems, Organisation and techniques of writing business correspondence – Letter Writing, inviting tenders and quotations, designing quotations, Placing orders, Sales letters, Claim & Adjustment Letters and Social correspondence. Time management in meetings. Modern communication forms – e-mail, video conferencing, social media communication.
व्यावसायिक संचार Business Communication Book विषय-सूची
- व्यावसायिक सम्प्रेषण : एक परिचय (अर्थ, परिभाषा, प्रभावशीलता संगठनात्मक सम्प्रेषण के आवश्यक तत्व, प्रक्रिया, उद्देश्य, महत्व एवं क्षेत्र)
- सम्प्रेषण के आधारभूत रूप
- प्रभावी व्यावसायिक सम्प्रेषण के सिद्धान्त (सिद्धान्त एवं सात ‘सी’)
- सम्प्रेषण की बाधाएं एवं सुधार
- प्रभावपूर्ण सुनना
- प्रत्यक्षीकरण (धारणा) और वास्तविकता
- संचार में राय, अभिवृत्ति (दृष्टिकोण) और विश्वास की भूमिका
- गैर संचार रूकावटें एवं व्यावसायिक संचार के शिष्टाचार
- व्यावसायिक संचार के प्रकार या रूप (लिखित सम्प्रेषण एवं मौखिक सम्प्रेषण)
- अशाब्दिक सम्प्रेषण (समय एवं पार्श्व भाषा)
- अशाब्दिक सम्प्रेषण (दैहिक भाषा)
- व्यावसायिक सम्प्रेषण की तकनीक
- भारतीय संगठन में संचार की विशेषताएं
- सभा का संचालन (कार्यसूची, सूचना, लेख, सूक्ष्म)
- कार्यालय ज्ञापन एवं प्रेस विज्ञप्ति
- लिखित व्यापारिक पत्र
- रिपोर्ट लेखन (समस्याएं, लेखन के संगठन एवं तकनीकें)
- व्यावसायिक पत्राचार (निविदा, निर्ख के लिए आमन्त्रण पत्र, निर्ख तैयार करना, आदेश पूर्ति)
- विक्रय पत्र
- दावे और समायोजन-पत्र
- सामाजिक पत्राचार
- सभाओं में समय प्रबन्धन
Additional information
ISBN |
|
---|
Reviews (2)
2 reviews for व्यावसायिक संचार (business communication).
Ritika Patel – February 13, 2021
Rashid ali – September 15, 2021
Add a review Cancel reply
Your review *
Name *
Email *
Related products
Accounts, Law And Statistics
Financial Accounting
वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)
व्यावसायिक सांख्यिकी (Business Statistics)
Financial & Corporate Accounting (for J. P. University, Chhapra)
B.Com First Year
समष्टि अर्थशास्त्र (Macro Economics)
Financial Accounting and Computerised Accounting
- Send us a quick mail at [email protected]
Username or email address *
Password *
Remember me Log in
Lost your password?
- IGNOU CBCS BAG SOLVED ASSIGNMENT 2023-2024
- IGNOU CBCS BCOM(G) SOLVED ASSIGNMENT 2023-2024
- IGNOU CBCS BSC(G) SOLVED ASSIGNMENT 2022-2023
- IGNOU BA Hindi (BAHDH) SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A English SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A Sociology SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A History SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A Psychology SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A Public Administration SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A Political Science SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU BAECH (Economics) SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU B.A Philosophy SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A Hindi SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A English SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A History SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A Sociology SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A Public Administration SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A Political Science SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A Psychology SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A Economics SOLVED ASSIGNMENT
- IGNOU M.A RURAL DEVELOPMENT SOLVED ASSIGNMENT
- BCA 1st Semester
- BCA 2nd Semester
- BCA 3rd Semester
- BCA 4th Semester
- BCA 5th Semester
- BCA Question Papers
- Study Material
- Whatsapp Group
- RESULT TERM-END
- +919811854308
BEGG-171 Media and Communication Skills Study Material Download
Begg-171 media and communication skills, study material download.
IGNOU BEGG-171 Study Material | IGNOU BAG Study Material | IGNOU BEGG-171 Books- All those candidates who are in search of the courses of IGNOU BEGG-171 Study Material / Books has come to the right page.
The Study Material of IGNOU BAG Students is free of cost. We did not charge anything for the study material/books. Candidates must note that there is also no registration needed for downloading the study material. Feel free to download this study material online in PDF format.
Name | |
University | IGNOU |
Service Type | Study Material (Soft Copy/PDF) |
Course | BAG |
Course Code | BEGG-171 |
Product | Study Material of BEGG-171 (IGNOU) |
Download All Blocks in One PDF
Candidates should also solve their respective assignments of IGNOU BEGG-171 by using the available books provided by IGNOU. These study materials/ books are not only beneficial for the assignments but for the preparation of their respective TEE.
RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR
Onr-002 जल विज्ञान के मौलिक सिद्धांत in hindi study material download, onr-002 basics of hydrology in english study material download, onr-001 जल संचयन का परिचय in hindi study material download, leave a reply cancel reply.
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
- Terms & Condition
- Privacy Policy
- Refund & Cancellation
- Paid Solved Assignment
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
कम्युनिकेशन स्किल्स क्या होती हैं? कम्युनिकेशन (Communication Skill in Hindi) को ...
संचार क्या है (What is Communication in Hindi) जब हम बोलकर, लिखकर या किसी अन्य माध्यम का इस्तेमाल करके किसी दुसरे व्यक्ति को जानकारी या सूचनाओं का ...
Communication Skills in Hindi for BA/BSc I Semester 2 UNIVERSITY OF CALICUT SCHOOL OF DISTANCE EDUCATION Study material COMMON COURSE (HINDI) For I SEMESTER BA/BSC COMMUNICATION SKILLS IN HINDI Prepared by DR. SUJITH. N. THAMPI THANAL(H) IRINGATTIRI(P.O) KARUVARAKUNDU(VIA) MALAPPURAM(DIST) PIN: 676523
कैसे कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication Skills) सुधारें. रिश्तों को बनाये ...
This document discusses communication skills pdf materials available in Hindi. It provides links to download communication skills pdfs in Hindi on topics like communication skills for B.Com students, developing communication skills, and interpersonal skills including communication skills. The document mentions that effective communication skills are important for success and outlines several ...
Coherent: making sense, related to the main topic Communication: sharing of information between two or more people to reach a common understanding. Concise: using simple words and saying only what is needed, not extra. Concrete: using exact words and facts Courteous: showing respect, polite, friendly.
Objectives of the course. 1.Learn Hindi for effective communication in different spheres of life - education, governance, media, business and mass communication etc.2.Investigate problems and challenges of effective communication in Hindi.3. Correspondence in Hindi as a tool of communication.4.Translation as. a tool of communication.5.
Communication skills in Hindi - B.Com I Semester 24 3. ? - stamp), (Ticket), (Delivery) eg: you will get the delivery of these goods at your home. At the time of delivery, every mother wishes the child's welfare. Take your seat- The congress and B.J.P. got one seat each- - We should give some new present to the child on his birthday -
Communication Skills and Personality Development (in Hindi) संचार कौशल एवं व्यक्तित्व विकास. January 2020. Publisher: Kalyani Publishers,New ...
Test Series. Communication Skills in Hindi - संचार मानवीय अभिप्रेति का एक महत्वपूर्ण पहलू है जो हमें विचारों, विचारों और भावनाओं को दूसरों के साथ प्रभावी ढंग ...
(Meaning of Communication Process),d O;fDr ls nwljs O;fDr rd vFkZiw.kZ lans'k dk laizs"k.kA gekjs vuqHko] fopkjksa] lans'k] n`f"Vdks.k] er] lwpuk] Kku vkfn dk ijLij ekSf[kd] fyf[kr ;k lkaosQfrd vknku&iznku lapkj osQ varxZr vk tkrk gSA lapkj dks vaxzs"kh Hkk"kk esa dE;wfuosQ'ku (Communication) dgrs gSA dE;wfuosQ'ku 'kCn dh mRifÙk
Here you will get everything for which you have come here. We have uploaded all available Study Material in Hindi of MCom to our System and it is ready and available for all MCom Students. If candidates are looking to download IGNOU MCom Books and Study Materials in Hindi then our team has uploaded all that materials on our site with Hindi medium.
This training module and facilitators' guide - developed in collaboration with UNICEF - a sueful tool for any stakehodler in building the interpersonal communication skills of those who frequently engage with families. The purpose is to equip communicators with the skills they need to influence changes in care practices and behaviours. The module introduces participants to a variety of ...
Communication and Media Studies: Download: MJM-31: Communication Research Methods: Download: ... it is necessary to first submit your Assignments to IGNOU and it is possible from IGNOU Study Material. You can solve your MAJMC Assignments using Books/Materials. ... hindi pdf mila kya aapko mein v dhundh rah mujhe nhi mil raha hai. aapko mile to ...
संचार का महत्त्व पर निबंध (Importance of Communication Essay in Hindi) By Kumar Gourav / October 9, 2020. किसी माध्यम जैसे बोलने, लिखने, इशारों, आदि की मदद से सूचना के आदान प्रदान की ...
To make the student well versed in Hindi so that he can speak Hindi fluently and use Hindi as a medium of communication in the fields of Commerce, Administration etc. Objectives of the course 1. Learn Hindi for effective communication in diffe rent spheres of life: education, governance, media, business and mass communication. 2.
Communication Skills In Hindi अगर आपकी बेहतर है तो आप आज के इस कंपटीशन के दौर में और खुद को प्रूफ करने के समय में सभी से पीछे रह जाओगे। इसीलिए आज के समय में सबके अंदर बेहतर ...
First Year subject - Business Communication notes, book for Hindi medium students. Business Communication is mostly taught as part of the B.Com. 1st Year course and these Hindi medium PDF lecture notes will help prepare well for your BCom semester exams. The major topics covered in these Hindi Medium B.Com.
व्यावसायिक संचार (Business Communication) Rated 4.50 out of 5 based on 2 customer ratings. ₹ 195.00 ₹ 165.75. For B.Com Semester I of Lucknow University. Add to cart. SKU: 3008 Categories: B.Com First Year, Commerce, Lucknow Tags: Best books on Business Communication, Business Communication books in Hindi ...
PPT On Communication Skill by zumbarlal4m4hapse
communication, and how to improve communication. The book focuses on interpersonal spoken or non-verbal communication, including body language, face and voice, as well as effective speaking and listening. It does not cover written communication. We hope that it will be useful to anyone wishing to improve their communication skills. HOW TO USE ...
Google's service, offered free of charge, instantly translates words, phrases, and web pages between English and over 100 other languages.
Feel free to download this study material online in PDF format. Download All Blocks in One PDF. Candidates should also solve their respective assignments of IGNOU BEGG-171 by using the available books provided by IGNOU. These study materials/ books are not only beneficial for the assignments but for the preparation of their respective TEE.